
एनपीटी दिल्ली ब्यूरो
दिल्ली विधानसभा चुनाव के दौरान बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला के बयान से सियासत गरमा गई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि पूनावाला ने पूर्वांचली समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिससे दिल्ली में रहने वाले लाखों पूर्वांचलियों का अपमान हुआ है। इस मामले को लेकर बीजेपी के ही वरिष्ठ नेता और उत्तर-पूर्वी दिल्ली से सांसद मनोज तिवारी ने कड़ी आपत्ति जताई है।
मनोज तिवारी ने की प्रतिक्रिया
मनोज तिवारी ने बुधवार को जारी एक वीडियो में शहजाद पूनावाला के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि किसी भी नेता को जाति, समुदाय या क्षेत्रीयता के आधार पर अपमानजनक टिप्पणी से बचना चाहिए। उन्होंने कहा, “मैं शहजाद पूनावाला द्वारा पूर्वांचली समुदाय के खिलाफ कहे गए शब्दों की निंदा करता हूं। पार्टी का हर कार्यकर्ता संयमित और मर्यादित भाषा का इस्तेमाल करे। मैं चाहता हूं कि शहजाद अपने शब्दों के लिए माफी मांगें।”
राजनीतिक विवाद गहराया
इस विवाद ने दिल्ली के चुनावी माहौल को और गर्म कर दिया है। आम आदमी पार्टी ने इसे लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है और कहा है कि पार्टी अपने प्रवक्ता के बयान पर सफाई दे।
पूर्वांचली वोटर्स पर फोकस
गौरतलब है कि दिल्ली में लगभग 1.5 करोड़ मतदाताओं में से एक तिहाई मतदाता पूर्वांचल से हैं। ये वोटर्स दिल्ली के करीब 20 विधानसभा सीटों पर निर्णायक भूमिका निभाते हैं। इसी वजह से आम आदमी पार्टी और बीजेपी दोनों ही पार्टियां पूर्वांचली समुदाय को अपने पक्ष में करने की कोशिश कर रही हैं।
इस बयान के बाद पूर्वांचली समुदाय के प्रति पार्टियों की रणनीति पर क्या असर पड़ेगा, यह देखना दिलचस्प होगा।