आयुष्मान बाल सम्बल योजना में मेंटल डिजीज डाउन सिंड्रोम दुर्लभ बीमारी को सूची मे सम्मिलित करने की मांग

एनपीटी बून्दी ब्यरो
बून्दी! आयुष्मान बाल सम्बल योजना में मेंटल डिजीज डाउन सिंड्रोम दुर्लभ बीमारी को सूची मे सम्मिलित करने की मांग को लेकर बैरवा महासभा के राष्ट्रीय संरक्षक भंवर लाल बेरवा के नेतृत्व में समाज बंधुओ ने उपमुख्यमंत्री प्रेमचंद बेरवा के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया गया है कि राजस्थान सरकार मुख्य मंत्री आयुष्मान बाल सम्बल योजना से मिलेगा सम्बल दुर्लभ बीमारियो से पीडित बच्चो की सरकार करेगी सहायता ऐसी 58 बीमारिया बताई गई है। परंतु जो आनलईन मे लिस्ट डाली है उनमे 56 दुर्लभ बीमारिया है जो 18 वर्ष से कम आयु के हो। राजस्थान के मूल निवासी हो। सक्षम चिकित्सा अधिकारी से दुर्लभ बीमारी से पीडित होने का प्रमाणपत्र होने पर सभी अर्हताओ को पूरी करने के पश्चात 5 हजार रूपए मासिक ओर 50 लाख रूपये मिलेगा। सभी अर्हताओ को पूरी करने के पश्चात छात्रा हर्षिता बैरवा पुत्री मनोज कुमार बैरवा निवास इन्द्रा कोलोनी न्य माटूंदा रोड बूंदी राज. मेंटल डिजीज 75 प्रतिशत डाउन सिंड्रोम से ग्रसित है। जो अच्छी तरह बोल भी नहीं सकती ओर नहीं चल सकती है। जो कि 75 प्रतिशत मानसिक रोग से कमजोर है। जिसका उक्त रोग का सक्षम अधिकारी का प्रमाण पत्र है। चेहरा सामान्य नही है। कई जगह इलाज करवा चुके हैं। जिसके जन्मजात डाउन सिंड्रोम मेंटल डिजीज का प्रमाण पत्र भी है। डॉक्टर का कहना है कि इसको लाइलाज बीमारी है। यह सामान्य जीवन व्यतीत नहीं कर सकती। सरकार द्वारा जारी लिस्ट में डाउन सिंड्रोम मेंटल डिजीज दुर्लभ बीमारी मे सम्मिलित करने की मांग की। ताकि उक्त रोग से ग्रसित अन्य बालक बालिकाओं को निजात मिल सके।