माह-ए-रमजान का आगाज, मुस्लिम समुदाय ने रखा पहला रोजा

एनपीटीलातेहार ब्यूरो,
लातेहार (झा०खं०), चांद का दीदार होते ही मुस्लिम धर्मावलंबियों का पवित्र महीना माह-ए-रमजान रविवार से शुरू हो गया। इस खास मौके पर घरों और मस्जिदों में तैयारियां जोरों पर हैं। बाजारों में खजूर, ड्राई फ्रूट, फल और इफ्तार से जुड़ी अन्य सामग्रियों की दुकानें सज गई हैं। लातेहार, गारु, महुआदांड, मनिका, बालुमाथ, बारियातू , हेरहंज, सहित अन्य मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में रमजान को लेकर उत्साह का माहौल है। चांद नजर आते ही शनिवार संध्या से विशेष तरावीह की नमाज शुरू हो गई। क्षेत्र की एक सौ से अधिक मस्जिदों में विशेष तरावीह कि नमाज अदा की जा रही है, जिसमें बड़ी संख्या में नमाजी शामिल हो रहे हैं। आज रमजान का पहला रोजा बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ रखा। इटके निवासी आठ वर्षीय अरहम रफिक ने रमजान का पहला रोजा पूरा किया। इटके जामा मस्जिद के इमाम हाफिज शमसाद ने रमजान की अहमियत बताते हुए कहा कि यह महीना इबादत, रहमत और नेकियों का है। रोजा सिर्फ अल्लाह और बंदों के बीच के रिश्ते को मजबूत ही नहीं करता, बल्कि आत्मसंयम और भलाई का संदेश भी देता है। उन्होंने कहा कि रमजान के दौरान किए गए नेक कार्यों का सवाब 70 गुना बढ़ा दिया जाता है। इसलिए सभी मुस्लिम भाइयों को पूरे 30 रोजे रखने और रमजान का सम्मान करने की अपील की गई है।