जिज्ञासा की ललट पनपने की इश्यू है विद्यार्थियों की शैक्षणिक भ्रमण

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), प्रोजेक्ट प्रारम्भ अन्तर्गत पीएम श्री विद्यालय के 1001 विद्यार्थियों का शैक्षणिक भ्रमण सह- आत्मविश्वास निर्माण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। उपायुक्त मनीष कुमार , पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार, उप विकास आयुक्त महेश कुमार संथालिया, विशेष कार्य पदाधिकारी त्रिभुवन कुमार सिंह, जिला शिक्षा पदाधिकारी अनीता पुरती, जिला शिक्षा अधीक्षक नयन कुमार व जिला समाज कल्याण पदाधिकारी बसंती ग्लाडिस बाड़ा के द्वारा संयुक्त रूप से बाजार समिति परिसर से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया। इस दौरान छात्रों को पाकुड़ रेलवे स्टेशन, मॉडल थाना, सीएम स्कूल एक्सीलेंस पाकुड़, रविन्द्र भवन, अग्निशामन कार्यालय, समाहरणालय स्थित पॉडकास्ट, सदर अस्पताल, आरसेटी एवं ओल्ड एज होम का भ्रमण कराया गया। छात्रों ने शैक्षणिक भ्रमण का भरपूर आनंद उठाया। उपायुक्त मनीष कुमार ने कहा कि प्रोजेक्ट प्रारम्भ के तहत जिले के विभिन्न विद्यालयों के 1001 बच्चों का आज जिले के विभिन स्थलों पर शैक्षणिक भ्रमण कराया गया। शैक्षणिक भ्रमण के माध्यम से उनमें आत्मविश्वास जगाना, ज्ञान बढ़ना, मनोबल बढ़ाना है एवं विभिन्न नई जानकारी से अवगत कराना है। उपायुक्त ने कहा कि एक साल के अन्दर 10 हजार छात्रों का शैक्षणिक भ्रमण कराया जायेगा। तीन दिन बाद छात्रों को गिरिडीह, रांची के भ्रमण पर भी भेजा जायेगा और वहां से भी बच्चों का फीडबैक लिया जायेगा। इसके अलावे उपायुक्त ने सभी छात्रों से अपील किया कि नशा आदि के सेवन से दूरी बनाए रखे। साथ ही आप- अपने परिवार के लोगों को हेलमेट लगाकर ही बाईक चलाने हेतु प्रेरित करे। पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए पढ़ाई के साथ- साथ शैक्षणिक भ्रमण अति आवश्यक है। इससे बच्चों का मानसिक विकास होता है। इसके अलावे बाजार समिति हॉल में उपायुक्त, पुलिस अधीक्षक, उप विकास आयुक्त व जिला के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा उपस्थित विद्यार्थियों से सीधा संवाद कर हौसला अफजाई किया गया। विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए बताया गया कि आप जिज्ञासु बने, तभी आप नये- नये अवयवों के बारे में बस्तविक तरीके से मूल विषय वस्तु की जानकारी हासिल प्राप्त कर आगे की शैक्षणिक योग्यता के लिए आसानी से अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर सकते हैं। साथ ही अपनी उत्कृष्ट पंक्ति को सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जिज्ञासा में आंखों में दिखा हुआ अनुभव को एक दुसरे में शेयर करते हुए अधिक ज्ञान प्राप्त कर सकेंगे। कहा शैक्षणिक भ्रमण से बहुत सारे एलिमेंट्स को जान सकते हैं। कहा आंखों में देखना है, दिखे हुए वस्तु पर आपके मन में जिज्ञासा उत्पन्न होना है कि आपने क्या दिखा और उसकी बास्तविकता क्या है, जिससे आप खुद परिकल्पना करते हुए समझने के साथ कह पा रहे हो कि जो देखा वो क्या है, और यही मन में जिज्ञासा उत्पन्न होने की शैक्षणिक भ्रमण की लक्ष्य है। वही भ्रमण करने के पश्चात उपायुक्त व पुलिस अधीक्षक ने रविन्द्र भवन टाउन हॉल में विद्यार्थियों से फीडबैक भी लिया।