11 सूत्री मांगों की पूर्ति हेतु ठाकुर गंगटी प्रखंड के शिक्षकों ने निकाली रैली, बीडीओ को सौंपा सीएम के नाम मांगपत्र

एनपीटी गोड्डा ब्यूरो
ठाकुर गंगटी/गोड्डा: ठाकुर गंगटी प्रखंड क्षेत्र के शिक्षकों ने शुक्रवार को अपनी 11 सूत्री ज्वलंत एवं न्यायोचित मांगों की पूर्ति के लिए रैली निकाली। इसके पूर्व प्रखंड क्षेत्र के सभी शिक्षक उत्क्रमित उच्च विद्यालय ठाकुर गंगटी परिसर पहुंचे।वहां एक बैठक के माध्यम से कार्यक्रम पर विचार विमर्श किया| तत्पश्चात सभी शिक्षक हाथ में तख्ती लेकर प्रखंड अंचल कार्यालय की ओर कतारबद्ध होकर बढ़ते चले गए| रैली के दौरान सरकार इधर भी ध्यान दो,हमारी मांगे मान लो, कर्मचारियों से ना दूरी हो,मांग हमारी पूरी हो, शिक्षक भी है सरकारी, एम ए सी पी के अधिकारी, सुनो सुनो झारखंड के लाल,उम्र करो 62 साल, शिशु शिक्षन का भत्ता मिले, नौनिहालों का बचपन खिले, हमें आप पर ऐतबार है,एम ए सी पी का इंतजार है, हमें आप पर ऐतबार है, 62 साल का इंतजार है, हमें आप पर ऐतबार है, शिशु शिक्षण भत्ता का इंतजार है, हर कर्मी की यही पुकार,कब तक चलेगा यह इंतजार, संवाद समन्वय और संघर्ष,जीवन में लाएंगे हर्ष, मांगे पूरी होगी जिनके फरमान से, कर्मचारी देखेंगे सदा उन्हें सम्मान से आदि नारे लगाए। तत्पश्चात बीडीओ को राज्य के मुख्यमंत्री के नाम मांग पत्र सौंपा।रैली में शामिल शिक्षक संघ संगठन के अधिकारियों ने बताया कि बीते 11 जनवरी को धनबाद में संपन्न राज्य कार्यकारिणी की बैठक में लिए गए निर्णय के आलोक में कर्मचारियों के 11 सूत्री ज्वलंत एवं न्यायोचित मांगों की पूर्ति के लिए पांच चरणों में आंदोलन आयोजित किया गया है।आंदोलन का यह दूसरा चरण है।आंदोलन के प्रथम चरण में अभी तक 40,000 से अधिक राज्य कर्मियों ने आंदोलन के समर्थन में अपना हस्ताक्षर करते हुए सरकार से इन मांगों को पूरा करने की मांग की है।

इसी निर्णय के आलोक में आज रैली निकालकर मुख्यमंत्री और मुख्य सचिव के नाम प्रखंड विकास पदाधिकारी को मांग पत्र सौंपा गया। अवसर पर राधेश्याम पंडित,पीयूष कुमार ठाकुर,कौशल किशोर ठाकुर,लोबिन रवानी,मानु एल सोरेन,प्रकाश कुमार भगत,राजाराम कापरी, सुभाष ठाकुर,निर्मल कुमार सिंहपृथ्वी चंद सोरेन,प्रभु शाह,पंकज कुमार सुमन,गिरजा शंकर सिंह,अरुण कुमार,धनेश्वर प्रसाद शाह, अब्दुल अंसारी अर्चना कुमारी निशा सिन्हा,ललित कुमार, उमेश कुमार सहित प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के सैकड़ों शिक्षक शामिल थे।