उत्तर प्रदेश

नववर्ष पर कमाने के लिए खादर में दहका रहें थे कच्ची शराब की भट्टी

गाजियाबाद। हिंडन खादर क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार पहले से ही चरम पर होता आया है। मगर इन दिनों कच्ची शराब का चरम अब चरामरा से गया है। जनपद गाजियाबाद में सिर्फ हिंडन खादर क्षेत्र ही सबसे बदनाम क्षेत्र है। इस बदनामी के दाग को धोने के लिए आबकारी विभाग की टीमें पिछले कई वर्षों से लगातार दबिश एवं कार्रवाई कर रही है। तभी आज हिंडन खादर क्षेत्र की दशा पहले से बेहतर नजर आती है। मगर आज भी कच्ची शराब के धंधे में शामिल माफिया आबकारी विभाग और पुलिस की पकड़ से बेहद दूर है। शराब के अवैध कारोबार को बंद करने के लिए आज तक न तो पुलिस ने कोई ठोस कार्रवाई की है और न ही कोई सही से प्रयास किया है। जबकि हिंडन खादर क्षेत्र में जिस स्थान पर अवैध शराब का कारोबार होता है, वहां से पुलिस स्टेशन की दूरी महज एक से दो किलोमीटर होती है। देखा जाए तो पुलिस अगर थोड़ा भी अपनी जिम्मेदारियों का सही से निवर्हन करते हुए आबकारी विभाग की कार्रवाई में सहयोग करें तो हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब का अवैध धंधा पूरी तरह से समाप्त हो सकता है। यही वजह है कि अवैध शराब कारोबार का पुलिस के लिए कमाई का बड़ा साधन से कम नहीं है।
खादर क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार कोई नया नहीं है। क्षेत्र में दहकती भट्टियों पर कच्ची शराब पहले से ही बनती आई है।  साथ ही पूरे क्षेत्र में सैकड़ों जगह यह शराब बेची भी जा रही है। समय के साथ-साथ अब शराब कारोबारियों का ट्रेंड भी बदल गया है। इस बीच आबकारी विभाग ने भी अपनी कार्रवाई का ट्रेंड बदल दिया है। जिस कारण शराब माफिया अपने कारोबार में सफल नहीं हो पा रहे है। आबकारी विभाग की टीम हिंडन खादर क्षेत्र में कच्ची शराब की बिक्री को रोकने के लिए गिद्ध की नजर बनाए हुए है। साथ ही मुखबिर तंत्र को भी पूरी तरह से सक्रिय कर दिया है। इसी क्रम में आबकारी विभाग की टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए इस बार शराब माफिया को करीब 50 हजार रुपये से अधिक का नुकसान पहुंचाया है। आबकारी विभाग की लगातार कार्रवाई होने के कारण शराब तस्करों का हाल बेहाल हो चुका है। क्योंकि कुछ दिन बाद नववर्ष का त्योहार आने वाला है। नववर्ष के त्योहार में शराब की खपत बढ़ जाती है और इसमें शराब माफिया भी अपनी कमाई के लिए कच्ची शराब का निर्माण कर देहात क्षेत्र में छोटे तबके के लोगों को उसे बेचते है। वहीं कच्ची शराब का सेवन करने वालों को भी यह नहीं पता होता है कि जिस सस्ती शराब का वह सेवन कर रहे है, वह उनके लिए कितनी घातक सिद्ध हो सकती है।
जिला आबकारी अधिकारी संजय कुमार प्रथम ने बताया जिले में अवैध शराब की बिक्री, परिवहन और निर्माण के खिलाफ आबकारी विभाग की टीम लगातार कार्रवाई कर रही है। आबकारी निरीक्षक अनुज वर्मा की टीम द्वारा शनिवार को थाना टीला मोड़ के अंतर्गत महमूदपुर, सिरौरा और थाना मुरादनगर के अंतर्गत शमशेरपुर, मथुरापुर के हिंडन खादर क्षेत्रों में दबिश दी गई। दबिश के दौरान झाडिय़ों के बीच छिपाकर रखी कच्ची शराब से भरे ड्रमों को निकाला जिसमें से करीब 40 लीटर अवैध कच्ची शराब व लगभग 1000 किलोग्राम लहन बरामद हुआ। साथ ही जलती हुई शराब की भट्टी को मौके पर नष्ट किया गया। बरामद कच्ची शराब को जब्त करते हुए लहन को मौके पर नष्ट कर दिया गया। आबकारी अधिनियम की सुसंगत धाराओं के तहत एक अभियोग पंजीकृत किया गया। जिला आबकारी अधिकारी ने बताया जनपद को अवैध शराब के कारोबार से मुक्त करने के लिए आबकारी विभाग की मुहिम लगातार जारी है। साथ ही हिंडन खादर क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों को अवैध शराब के खिलाफ जागरुक करने का भी लगातार प्रयास जारी है। जिससे लोग अवैध शराब के सेवन से परहेज कर सकें। क्योंकि सस्ती कच्ची शराब का सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। अवैध शराब के निर्माण को रोकने के लिए लोगों में जागरुकता बेहद जरुरी है। जिससे लोग अवैध शराब के सेवन से खुद दूर रहें और आबकारी विभाग की कार्रवाई में सहयोग करें। अगर लोगों का थोड़ा भी सहयोग आबकारी विभाग को मिल जाए तो जल्द ही हिंडन खादर क्षेत्र अवैध शराब के कारोबार से मुक्त किया जा सकता है। इसके अलावा टीम द्वारा रात के अंधेरे में चोरी-छिपे शराब तस्करी करने वालों के स्थानों पर दबिश दी जा रही है। साथ ही शराब पर ओवर रेटिंग के लिए लगातार दुकानों का निरीक्षण करने के साथ ही गुप्त टेस्ट परचेजिंग कराया जा रहा है। अवैध शराब के खिलाफ आबकारी विभाग की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।

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