20 फरवरी से बरेली की यह चीनी मिलें हो जाएंगी बंद

एनपीटी बरेली ब्यूरो
बरेली। गन्ने के अभाव में जिले की दो चीनी मिलें बंद हो गईं और दो और मिलें 20 फरवरी तक बंद हो जाएगी। मार्च के पहले सप्ताह तक सभी मिले बंद होने की संभावना है।
जिले में बहेड़ी की केसर इंटरप्राइजेज, फरीदपुर की द्वारिकेश, मीरगंज की धामपुर, सेमीखेड़ा की सहकारी और नवाबगंज की ओसवाल चीनी मिल हैं। बहेड़ी और नवाबगंज की चीनी मिल ने 15 फरवरी से पेराई बंद कर दी है। 20 फरवरी को फरीदपुर और सेमीखेड़ा मिल भी एक साथ बंद होंगी। मीरगंज की चीनी मिल मार्च के पहले सप्ताह में बंद होगी।
ये सभी चीनी मिलें पिछले साल अप्रैल तक चली थीं लेकिन इस बार बारिश और बाढ़ की वजह से गन्ने की फसल को काफी नुकसान हुआ। इसके अलावा रेड रॉट की बीमारी से भी गन्ने की काफी फसल बर्बाद हो गई। उपायुक्त गन्ना यशपाल सिंह ने बताया कि पिछले साल चीनी मिलों में 329 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हुई थी। इस बार सिर्फ दो सौ लाख क्विंटल पेराई का अनुमान है।
तीन मिलों पर 171 करोड़ का बकाया
फरीदपुर और मीरगंज की चीनी मिल किसानों का शत प्रतिशत भुगतान कर चुकी हैं लेकिन सेमीखेड़ा चीनी मिल पर किसानों का 14.43 करोड़ और नवाबगंज पर 32.26 करोड़ का बकाया है। सर्वाधिक 150 करोड़ रुपये का बकाया बहेड़ी मिल पर चल रहा है। उपायुक्त गन्ना यशपाल सिंह ने बताया कि बकाया भुगतान को लेकर तीन मिलों को नोटिस जारी किया जा रहा है।