असम के तेजपुर में भारतीय इतिहास संकलन समिति , असम का 35 वां राज्य सत्र आयोजित।

एनपीटी असम ब्यूरो
असम के तेजपुर के नपामस्थित तेजपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय में भारतीय इतिहास संकलन समिति , असम का 35 वां राज्य सत्र आयोजित किया गया था। असम विधानसभा अध्यक्ष बिस्वजीत दैमारी सत्र के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि थे, जिसका उद्घाटन अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय महासचिव हेमंत धींग मजूमदार ने किया। इसके अलावा अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन के सचिव डॉ. बालमुकुंद पांडेय, पद्मश्री से सम्मानित डॉ. मंगल सिंह हजवारी, इतिहास संकलन समिति, असम के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. स्वाधीनता महंत, तेजपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. कैलाश चंद्र बिस्वाल, विश्वविद्यालय के कला गुरु डॉ. चंदन कुमार शर्मा, राष्ट्रीय संगोष्ठी के समन्वयक डॉ. प्रमोद कुमार शर्मा सहित कई विशेष व्यक्तियों ने बैठक में भाग लिया । राष्ट्रीय संगोष्ठी तेजपुर केंद्रीय विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग के सहयोग से किया गया था। संगोष्ठी का विषय “भक्तिकाव्य के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परिप्रेक्ष्य” था। सोनितपुर जिला समिति के अध्यक्ष डॉ रणेन्द्र मोहन डेका द्वारा स्वागत भाषण दिये गये बैठक का संचालन किया भारतीय इतिहास संकलन समिति , असम प्रदेश अध्यक्ष डॉ. गजेंद्र अधिकारी ने किया। डॉ. बालमुकुंद पाण्डेय ने बीज वक्ता के रूप में एक मजबूत भाषण दिया। असम विधानसभा अध्यक्ष विश्वजीत दैमारी ने मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए प्राचीन प्रागज्योतिषपुर, सोनितपुर और तेजपुर के इतिहास के महाभारत संबंधों को बहुत ही सरल और रसदार तरीके से प्रस्तुत किया। इस अवसर पर अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन सचिव डॉ. बालमुकुंद पांडेय ने डॉ. निरंजन दास और सदानंद दास द्वारा संपादित “उन्मेषणा” का अनावरण किया। बिस्वजीत दैमारी ने प्रणब ज्योति दास और डॉ. दुलाल चंद्र दास द्वारा संपादित संस्मरण “हारुपेश्वर” का विमोचन किया। डॉ मुकुल चंद्र बोरा द्वारा लिखित “Rebirth of Bharatiya Knowledge : Journey Towards Vishwa Guru” पुस्तक का विमोचन पद्मश्री पुरस्कार विजेता, साहित्य अकादमी पुरस्कार विजेता डॉ. मंगल सिंह हजवारी ने और “Five streams of Social Awareness” नाम के डॉ. नीलांजन डे द्वारा लिखित पुस्तक का विमोचन अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय महासचिव हेमंत ढींग मजूमदार ने किया। शंकरदेव शिशु विद्या निकेतन के विद्यार्थियों द्वारा सरस्वती वंदना का पाठ करने के दौरान प्रख्यात गायिका दुर्गामयी बोरा ने बोरगीत एवं डॉ. धुंडीराज उपाध्याय ने संकल्प मंत्र का पाठ किया। उद्घाटन समारोह से पहले भारतीय इतिहास संकलन समिति, असम के तहत शोणितपुर जिले के दिवंगत पदाधिकारियों को श्रद्धांजलि दी गई।