एसआरएमएस में नेत्र रोगों पर दो दिवसीय प्रयोगशाला का आयोजन

एनपीटी बरेली ब्यूरो
बरेलीः ईश्वर ने हमें आंख, कान, नाक, जीभ, और त्वचा जैसी पांच ज्ञानेंद्रियां दी हैं। इसमें से किसी की भी कमी हमारी स्वस्थ जिंदगी को प्रभावित कर सकती है। लेकिन अगर किसी एक की बात करें तो दृष्टि का महत्व सबसे ज्यादा है। यह बात एसआरएमएस के ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग की अध्यक्ष प्रोफेसर (डा.) नीलिमा मेहरोत्रा ने एआईओएस ग्लूकोमा प्रयोगशाला व वीडियो फिल्म फेस्टिवल में कही। उन्होंने कहा कि जिंदगी को रोशन रखने के लिए आंखों को ग्लूकोमा जैसी तेजी से बढ़ती बीमारियों से बचाना जरूरी है।
एसआरएमएस मेडिकल कालेज में रविवार को दो दिवसीय एआईओएस ग्लूकोमा प्रयोगशाला व वीडियो फिल्म फेस्टिवल का समापन हुआ। बरेली ऑप्थेल्मोलॉजी सोसायटी (बीओएस) के सहयोग से एसआरएमएस के ऑप्थेल्मोलॉजी विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में देश के नामचीन नेत्र विशेषज्ञों ने हिस्सा लिया। कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह रविवार को सरस्वती वंदना और संस्थान गीत के साथ हुआ। कालेज के प्रिसिंपल एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला, विशिष्ट अतिथि इंदिरा गांधी आई हास्पिटल गुरुग्राम के इंस्टीट्यूट ऑफ ग्लूकोमा के डायरेक्टर डा. देवेंद्र सूद, बरेली ऑप्थेल्मोलॉजी सोसायटी (बीओएस) के प्रेसीडेंट डा. चंद्रशेखर यादव और डा. कुंवर गौरव सिंह और आर्गनाइजिंग चेयरपर्सन प्रोफेसर (डा.) नीलिमा मेहरोत्रा ने दीप प्रज्वलन किया। प्रोफेसर (डा.) नीलिमा ने सभी अतिथियों और डेलीगेट्स का स्वागत किया और दीप प्रज्वलन से ज्ञान के प्रकाश की बात कही। उन्होंने कहा कि इस रोशनी के साथ ही आंखों की रोशनी भी जीवन के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में आंखों की दृष्टि की रक्षा करना सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण। जबकि मोतियाबिंद के लक्षण पहले दिखने लगते हैं। ऐसे में ग्लूकोमा से बचाव के लिए इसकी नियमित जांच आवश्यक है। अंत में डा. कुंवर गौरव सिंह ने सभी विशेषज्ञों और डेलीगेट्स का आभार जताया। प्रिसिंपल एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डा.एमएस बुटोला ने सभी अतिथियों को स्मृति चिह्न प्रदान किए। कार्यक्रम का संचालनडा.नीलिमा सिंगला और डा.अनुज्ञा सिंह ने किया। इससे पहले शनिवार को वीडियो फिल्म फेस्टिवल का उद्घाटन एसआरएमएस मेडिकल कालेज के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति ने किया। इस मौके पर सीएल गुप्ता आई हास्पिटल मुरादाबाद के ग्लूकोमा विशेषज्ञ डा. मुकेश कुमार, इंस्टीट्यूट आफ यूनिवर्सल साइंसेज सैंफई की डा. रीना शर्मा, आरएमएल लखनऊ की डा.प्रीति गुप्ता, बरेली के कई नेत्र विशेषज्ञ मौजूद रहे।