बसंतराय में बिसूआ मेला की तैयारी जोरों पर,हजारों की संख्या में पहुंचेंगे श्रद्धालुकी रिपोर्ट

एनपीटी गोड्डा ब्यूरो
बसंतराय /गोड्डा:- जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बसंतराय प्रखंड में आगामी 14 अप्रैल को बीसूआ पर्व के अवसर पर विराट मेले का आयोजन होना है। इस विशेष अवसर पर प्रखंड मुख्यालय स्थित ऐतिहासिक बसंतराय तालाब में भारी संख्या में श्रद्धालुओं का आगमन शुक्रवार से ही प्रारंभ हो गया है। पौराणिक मान्यताओं के हिसाब से बसंतराय पोखर में स्नान कर साक्षात देवता सूर्य की पूजा अर्चना होती है। प्रत्येक वर्ष आयोजित होने वाले इस विशाल मेले में विशेषकर आदिवासी समुदाय से ताल्लुक रखने वाले सफा होड़ के अनुयाई बड़ी संख्या में आते हैं । साथ ही साथ नजदीकी कई प्रदेशों के लोगों का आगमन इस मेले में होता है और तालाब में आस्था की डुबकी लगाते है। वहीं विराट मेले में कई प्रकार के झूले एवं दुकाने भी सज चुकी हैं। साथ ही साथ भारी भीड़ की स्थिति में प्रशासन के द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम भी किए जा चुके हैं। आमजनो की सुविधा को ध्यान में रखते हुए इस बार तालाब के दोनों किनारे पर हाई मास्क लाइट को अबतक ठीक नहीं कराया गया है। जानकारी हो की इस बार मेले का सैरात(डाक)भी नहीं हुआ है। जिला प्रशासन के निर्देश पर प्रखंड प्रशासन के द्वारा ही मेले पर निगरानी रखी जाएगी। बता दें कि बीते 2023 में 24 लाख से अधिक की राशि में मेले का डाक हुआ था। वही इस बार तालाब की समुचित साफ सफाई नहीं कराने से लोगों में प्रखंड प्रशासन के प्रति भारी आक्रोश है। तालाब के मेड़ पर ही जलकुंभी को छोड़ दिया गया है। कचरे का निस्तारण अब तक नहीं हुआ है। बता दें कि तालाब के चारों ओर गंदगी का अंबार लगा हुआ है तालाब के पूर्वी तट पर स्थानीय दुकानदारों के अतिक्रमण के कारण तालाब में कूड़े कचरे का अंबार लगा हुआ है जिनसे तालाब अपना पौराणिक महत्व खोते नजर आ रहा है। वहीं प्रशासन के द्वारा जगह जगह सहायता कैंप और छोटी बड़ी वाहनों के लिए पार्किंग की वयवस्था किया गया है।
तालाब की समुचित साफ सफाई नहीं कराना सरकारी उदासीनता को दर्शाता है।कई प्रदेशों से लोग यहां आस्था की डुबकी लगाने आते हैं लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ हुआ है।
लोकनाथ गुप्ता समाज सेवी
तालाब की साफ सफाई ठीक तरीके से नहीं की गई है तालाब किनारे (मेढ़) पर ही जलकुंभी छोड़ दिया गया है।जबकि मेले से लाखों का राजस्व प्राप्त होता है।
शंभू मांझी मुखिया