प्रतिवर्ष 20 से 30 लाख रुपए खर्च हो रहे हैं आवारा कुत्तों को पकड़ने में फिर भी समस्या बरकरार

एनपीटी बरेली ब्यूरो
बरेली। आवारा कुत्तों से निजात दिलाने के लिए नगर निगम हर साल करीब 20 से 30 लाख रुपये खर्च कर रहा है। इसके बावजूद आवारा कुत्तों से निजात नहीं मिल रही है। पार्षद राजेश अग्रवाल ने नगर आयुक्त से शिकायत कर जांच की मांग की है।
नगर निगम ने एक फर्म को कुत्तों को पकड़ने और उनके बंध्याकरण की जिम्मेदारी दी है।पार्षद राजेश अग्रवाल ने सोमवार को नगर आयुक्त को ज्ञापन देकर बताया है कि नगर निगम का लेखा विभाग से पांच साल से एजेंसी को गलत भुगतान किया जा रहा है। इस वित्तीय वर्ष में 27,53,445 लाख का भुगतान किया है।
आरोप है कि 2022-23 के वित्तीय वर्ष में करीब 19 लाख, 2023-24 में 30 लाख रुपये से अधिक का भुगतान कुत्ता पकड़ने के नाम पर किया गया है। अगर जांच की जाए तो बड़ा गोलमाल उजागर होगा। कुत्तों को पकड़ने का काम केवल कागजों में किया जा रहा है जबकि धरातल पर कुत्तों से लोग परेशान हैं। इनके हमले से आए दिन घायल होकर लोग अस्पताल पहुंच रहे हैं। उन्होंने बोर्ड बैठक में भी मामले की जांच की मांग की है।