वक्फ संपत्ति बता सरकारी जमीन को कब्जाया,एसएसपी ने कराई जांच

एनपीटी बरेली ब्यूरो
बरेली। वक्फ कानून का नोटिफिकेशन जारी होने से पहले ही माफिया निशाने पर आ गए हैं। बरेली में सीबीगंज के एक मामले में शिकायत पर एसएसपी अनुराग आर्य ने एसपी सिटी मानुष पारीक से जांच कराई तो पता लगा कि अभिलेखों में कब्रिस्तान के नाम दर्ज सरकारी भूमि को शातिर ने फर्जी ट्रस्ट बनाकर वक्फ में पंजीकृत कर कब्जा लिया है। यहां दुकानें बनाकर कमाई की जा रही है। इस बारे में कोर्ट के आदेश को भी माफिया दबाए बैठा है। एसएसपी के हस्तक्षेप से पीड़ित ने 11 लोगों पर धोखाधड़ी, फर्जी कागजात बनाने व मारपीट की रिपोर्ट दर्ज कराई है। मामला पुराना होने की वजह से अभी आईपीसी की धाराओं में कार्रवाई की गई है। इसे बाद में नए वक्फ कानून की धाराओं में बदला जा सकता है खतौनी में कब्रिस्तान के नाम दर्ज है जमीन गांव सरनिया निवासी पुत्तन शाह ने एसएसपी अनुराग आर्य को बताया कि उनके गांव में ही एक बेशकीमती जमीन खतौनी में कब्रिस्तान के नाम दर्ज है, यह सरकारी जमीन है। उन्होंने बताया कि गांव के ही सब्जे अली ने सैयद हामिद हसन नाम के एक व्यक्ति को फकीर बनाकर कब्रिस्तान के कुछ हिस्से की जमीन पर बैठा दिया। फिर उससे झाड़-फूंक कराकर लोगों को बरगलाने लगा। उससे होने वाली आमदनी में अपना हिस्सा लेने लगा। हामिद हसन की मौत के उसके शव को वहीं कब्र खुदवाकर दफन करा दिया। फिर उस जमीन के साथ ही कब्रिस्तान के कुछ हिस्से की करीब तीन बीघा जमीन पर कब्जा करने की नियत से मजार का निर्माण कराने लगा। इसका उसने विरोध किया तो उसकी पिटाई कर दी और जान से मारने की धमकी देकर भगा दिया।