प्राकृतिक संसाधनों को बचाने के लिए सामूहिक पहल की जरुरत : डालसा

गोड्डा :: जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष सह प्रधान जिला जज रमेश कुमार व सचिव दीपक कुमार के मार्गदर्शन में विश्व पृथ्वी दिवस पर मंगलवार को स्थानीय बाल विकास विद्यालय सभागार में विधिक जागरुकता शिविर का आयोजन गया। इस दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की टीम में शामिल एलएडीसी लीली कुमारी ने छात्र-छात्राओं से धरती को पोलिथिन के दुष्प्रभाव से बचाने को लेकर प्लास्टिक से बनी वस्तुओं व थैली का बहिष्कार करने का आह्वान किया। कहा कि पालीथिन का उपयोग करने से ही नालियां जाम हो रही हैं। कचरा निस्तारण में भी पालिथीन की बहुतायत मात्रा रहती है। मानव के विकास के साथ- साथ पृथ्वी चहुंओर से खतरा बढ़ रहा हे। पृथ्वी पर बढ़ रहे ताप , जल समस्या सहित अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचने के लिए सकारात्मक पहल करने की जरुरत है। अधिकार मित्र नवीन कुमार ने कहा कि प्रकृति की रक्षा के लिए वृक्षों की कटाई होने से रोकें, आसपास के खाली जगहों पर अधिक से अधिक पौधे लगायें और उसकी रक्षा करें। नदी के बालू का दोहन, पहाड़ को क्षतिग्रस्त करने से बचाने के लिए सामूहिक प्रयास की जरुरत है। सरकार की ओर से पौधरोपण को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसका उपयोग करें और अपने जमीन में भी फलदार पौधे लगाकर अपनी आमदनी बढ़ायें और पर्यावरण को भी फायदा पहुंचायें। प्राकृतिक वस्तुओंं के दोहन को रोकने के लिए कानून बना हुआ है लेकिन उसका अनुपालन नहीं हो रहा है। इसका मुख्य कारण है समुदाय की ओर से नकारात्मक पहल करना। नतीजा यह है कि आज सभी को प्रकृति का कोपभाजन बनना पड़ रहा है।अधिवक्ता कपिलदेव मंडल ने कहा कि प्रकृति को बचाने के लिए जल संरक्षण करने व अधिक से अधिक वृक्ष लगाने की जरुरत है। कहीं भी वृक्ष काटने की स्थिति में वन विभाग , बीडीओ व थाना को सूचित करने की सलाह दी। वन अधिनिमय के तहत वृक्ष काटने पर सजा व जुर्माना का प्रावधान है। इसलिए ऐसा करने से बचें और प्रकृति के संरक्षण में सकारात्मक पहल करें। धन्यवाद ज्ञापन विद्यालय के प्राचार्य पंकज कुमार साह ने किया। मौके पर शिक्षक उपाचार्य अमुीनुल गाजी, प्रेमनंदन कुमार, संजना देवी, कविता देवी व अधिकारी मित्र मो. तबरेज ने छात्र-छात्राओं को अपने आसपास की सफाई करने व पालिथीन के उपयोग से हानि के बारे में पास पड़ोष व महिलाओं को जानकारी देने की सलाह दी।
