वन कर्मियों ने विभिन्न मांगों को लेकर जिला कलेक्टर के आश्वासन पर किया धरना समाप्त

एनपीटी बून्दी ब्यरो
बून्दी! 5 मार्च2025, राजस्थान वन अधीनस्थ कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष नरेंद्र सिंह ने बताया कि कि दिनांक 02.03.2025 बून्दी रेंज स्टाफ क्षेत्रीय वन अधिकारी, बून्दी बलराम गोचर, श्योर्जीलाल चौहान वनपाल, रमेश मीणा वनरक्षक, संजू गीणा वनरक्षक, पूजा विश्नोई, वनरक्षक एवं गंगा गोदारा वनरक्षक राजकीय वाहन से नाका माईजा वनखण्ड केशरपुरा में बाद दोपहर 4.00 बजे वनखण्ड के भीतर अवैध खनन कर्ताओं द्वारा एक जेसीबी मशीन् दो ट्रेक्टर ट्रोली मय कुट्टी मशीन द्वारा अवैध कृत्य किया जा रहा था। जिनको उपस्थित स्टाफ के द्वारा जब्त कर राजतहवील में लेकर वहां से रवाना हुए। तभी बीच रास्ते में अवैध खनन कर्ताओं द्वारा स्टाफ के साथ कुल्हाडी व सरीयों से जानलेवा हमला शुरू कर दिया। जिससे कर्मचारीयों को गम्भीर चोट आई और घायल हो गये। राजकीय वाहन को क्षतिगस्त किया गया और स्टाफ जान बचाकर भागे इस बाबत जिला स्तर पर आज बूंदी जिले में जिला कलेक्टर बूंदी अक्षय गोदारा को ज्ञापन सोपा।
ज्ञापन से पूर्व वन भवन जिला बूंदी से समस्त अधिकारी /कर्मचारी जंगी प्रदर्शन करते हुए ,नारे लगाते हुए जिनमें मुख्य रूप से अखिल राजस्थान राज्य कर्मचारी संयुक्त महासंघ के संरक्षक पुरुषोत्तम पारीक, संयुक्त महासंघ जिला अध्यक्ष सत्यवान शर्मा,रेंजर नरेंद्र सिंह सोलंकी (अध्यक्ष, वन अधीनस्थ कर्मचारी संघ,बूंदी, दसरथ सिंह (क्षै. व.अ. केपाटन)शिव प्रकाश चौधरी ( क्षै.व.अ. हिण्डोली) मनीष कुमार शर्मा ,कविवता जाटा )रीना रावल,निशा मीणा,ज्योति मीणा राराय यादव दुर्गालाल मालव आदि कर्मचारी , अधिकारी मौजूद रहे *मुख्य मांगे यह रही*
(1) वन कर्मचारी फिल्ड में अपना दायित्व निर्वाह करते हुए तथा राजहित में ड्यूटी करते हुए वन अपराधियों व भूमाफियों द्वारा जंगल सुरक्षा करते हुए उस वक्त कही बार ऐसी अप्रिय घटना जान से मारने की धमकी होती है। ऐसे में कर्मचारीयों का मनोबल टूटता है। अपराधीयों के खिलाफ आई.पी.सी. की गम्भीर धाराओं व राज० वन अधिनियम के तहत शक्त कार्यवाही अमल लाई जाये।
2 ऐसे कर्मचारीयों को आधुनिक हथियार मुहैयया किया जाये और सभी रेंज व नाका स्तर पर वाहन उपलब्ध करवाया जाये। जंगल में आपाल काल में जल्दी से पुलिस जाप्ता उपलब्ध करवाया जाये। सभी कर्मचारियों को Dfo सा की अनुशंषा पर शस्त्र लाइसेन्स जारी हो साथ ही फिल्ड स्टाफ के साथ ऐसी अप्रिय घटना होने पर उच्च अधिकारीयों द्वारा अपना पूर्ण सहयोग प्रदान किया जावे।