बागपत में कोरी समाज के प्रधानों पर जातिगत उत्पीड़न का आरोप

एनपीटी बागपत ब्यूरो
बागपत : स्थानीय कोरी समाज के प्रधानों ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि सादिकपुर सिनौली ग्राम के जिहाना पुत्र बलवन्त एवं अरविन्द पुत्र सतपाल सहित कुछ स्थानीय तत्व राजनीतिक रंजिश के चलते उन्हें पद से हटाने, अपमानित करने व आर्थिक दबाव में डालने का षड़यंत्र रचा रहे हैं। शिकायत में यह भी कहा गया है कि सोशल मीडिया व अन्य माध्यमों पर फ़र्ज़ी मुक़दमेबाज़ी और अपमानजनक लेखों के ज़रिए कोरी प्रधानों की प्रतिष्ठा धूमिल करने का प्रयास हो रहा है।
शिकायतकर्ताओं ने बताया कि झूठी शिकायतों के सहारे उन्हें संवैधानिक आरक्षण एवं सरकारी नौकरियों के अवसरों से वंचित करने की साज़िश हो रही है, जबकि अनुसूचित जाति व जनजाति आयोग की धारा 153A के अंतर्गत जातिगत भेदभाव अपराध है। उन्होंने जिलाधिकारी से निष्पक्ष मजिस्ट्रियल जांच, कोरी प्रधानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने तथा आरोपियों पर तत्काल कानूनी कार्रवाई की मांग की है।
कोरी समाज की ओर से यह भी अनुरोध किया गया है कि प्रशासन फैसले में जल्दबाज़ी न करे, ताकि राजनीतिक प्रभाव से परे एक निष्पक्ष निर्णय लिया जा सके। समाज नेता मानते हैं कि न्याय मिलने पर बागपत में सामाजिक समरसता कायम रहेगी और सभी जातियों के बीच भरोसा बढ़ेगा। इस अवसर पर कोरी संत कुमार प्रधान लॉयन, कोरी अलका सिंह प्रधान महनवा, कोरी पवन प्रधान खड़ाना, कोरी गौरव क्यामपुर, कोरी अमरपाल ढिकाना, कोरी गुलबीर पूर्व प्रधान लाहौड़ा, अजय कुमार, सुनीता देवी सिनौली, पूजा कोरी, कृष्णपाल कोरी, संजना कोरी, देवेंद्र कोरी, सुरेंद्र कोरी, कटार सिंह, आर्यन, प्रमोद कोरी आदि मौजूद रहे।