छात्रों के भविष्य के साथ हो रही है खिलवाड़ – छात्र नेता सोयेब अख्तर

एन अंसारी
एनपीटी ब्यूरो, साहेबगंज (झा०खं०), 24 अप्रैल 2025 को साहिबगंज जिला अंतर्गत बी० एस० के० महाविद्यालय बरहरवा में एनएसयूआई छात्र नेता सोयेब अख्तर के नेतृत्व में विश्वविद्यालय परीक्षा नियंत्रक के नाम पर ज्ञापन सोपा गया। बताते चले की दिनांक 23 अप्रैल को दूसरी पाली में हिंदी मेजर दो की परीक्षा थी जिसमें प्रश्न पत्र गड़बड़ी का मामला सामने आया है। बी० एस० के० महाविद्यालय बरहरवा के छात्रों ने इसकी सूचना छात्र नेता सोयेब अख्तर किया तथा उन्होंने पाठ्यक्रम और प्रश्न पत्र को देखकर छात्रों की भविष्य को देखते हुए इस विषय को संज्ञान में यह एवं बी० एस० के० महाविद्यालय बरहरवा के प्राचार्य से वार्तालाप करने के बाद प्राचार्य द्वारा सिद्धू कानू मुर्मू विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक को ज्ञापन देकर इस पर संज्ञान लेने का मांग रखा। ज्ञापन में बताया गया है कि विगत दिनांक 23 अप्रैल 2025 को Memo No.- SKMU/Exam/125/25 के अनुसार दूसरी पाली में हिंदी मेजर-2 की परीक्षा संपन्न हुई है। परंतु विद्यार्थियों का कहना है कि यूजी सेमेस्टर-2 (2023-27) NEP का हिन्दी मेजर -2 और मेजर -3 के लिए जो पाठ्यक्रम जारी की गई थी। यूजी सेमेस्टर-2 (2023-27) NEP का हिन्दी मेजर-2 का पाठ्यक्रम से प्रश्न नहीं थे बल्कि हिंदी मेजर -3 के पाठ्यक्रम से प्रश्न थे। इसकी शिकायत परीक्षा कक्षा में उपस्थित शिक्षक से की गई, तो शिक्षक छात्रों को बताया कि यह विश्वविद्यालय की गलती है। इसमें हम लोग कुछ नहीं कर सकते यह कहकर छात्रों को अपने स्थान पर बैठा दिया गया। उपरोक्त विषय पर एनएसयूआई आपसे मांग करती है कि इसकी जांच की जाए तथा छात्रों की भविष्य को देखते हुए सही पाठ्यक्रम की परीक्षा ली जाए। गलत पाठ्यक्रम की परीक्षा ली गई है। जिससे सैकड़ो विद्यार्थी मानसिक तनाव में है। ;छात्र नेता सोयेब अख्तर ने बताया कि विश्वविद्यालय को छात्रों की भविष्य की कोई चिंता नहीं है। अगर आपको ज्ञात हो पूर्व में भी ऐसे मामले सामने आए हैं। विश्वविद्यालय इतनी बड़ी लापरवाही छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। विश्वविद्यालय हमेशा से ही सत्र को देरी से चला रहे हैं एवं परीक्षा के डेढ़ महीना पहले नए विषय जोड़े जाते हैं एवं नए पाठ्यक्रम जारी की जाते हैं। क्या ऐसे विषय है जिनमें शिक्षक नहीं है। छात्र लगातार इसकी मांग करते आ रहे हैं परंतु विश्वविद्यालय विद्यार्थियों की एक ना सुन रही है। जब छात्र द्वारा अर्थात छात्रसंघ द्वारा मांग रखी जाती है तब विश्वविद्यालय सचेत होकर उसे पर कार्रवाई करती है। हमें बहुत अफसोस हो रही है कि संथाल परगना के एकमात्र विश्वविद्यालय कितने लापरवाही से चल रही है। मौके पर एनएसयूआई पूर्व जिला संयोजक रफत हुसैन, एनएसयूआई सदस्य मो रहमोतुल्ला, देवब्रत चक्रवर्ती, अमीर अंसारी, राकेश घोष, सोहेल शेख एवं छात्र तौफीक, जुली कुमारी, प्रतिमा कुमारी, दीप्ति कुमारी, ज्योति कुमारी, शिल्पी कुमारी तथा अन्य की छात्र उपस्थित थे।