पहलगाम घटना के विरोध में इस वर्ष परशुराम जयंती पर नहीं निकलेगी शोभायात्रासर्व ब्राह्मण समाज ने शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए लिया फैसला।

बैतूल। पहलगाम में आंतकवादियों द्वारा धर्म पूछकर की गई निर्मम हत्याओं के विरोध में और शहीद हुए 28 भारतवासियों को श्रद्धांजलि देते हुए सर्व ब्राह्मण समाज एवं परशुराम सेना ने एक बड़ा फैसला लिया है। इस वर्ष बैतूल में परशुराम जयंती पर निकाली जाने वाली शोभायात्रा को स्थगित कर दिया गया है। परशुराम जन्मोत्सव के अवसर पर दो दिवस केवल सेवा कार्य और पूजा-पाठ का कार्य किया जाएगा। किसी भी तरह से हर्षोल्लास वाली गतिविधि नहीं की जाएगी। यह सब निर्णय परशुराम सेना और सर्व ब्राह्मण समाज द्वारा आयोजित शहीदों की श्रद्धांजलि कार्यक्रम में शनिवार शाम को लिया गया।
इस कार्यक्रम में 29 अप्रैल को सुबह 10 बजे जिला अस्पताल में रक्तदान शिविर, भोजन शाला में भोजन एवं अपराह्न 4 बजे शनि मंदिर गंज में हल्दी-कुमकुम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। 30 अप्रैल को परशुराम जन्मोत्सव पर सुबह 8 बजे जिला अस्पताल में अंकुरित आहार वितरण, सुबह 9 बजे दत्त मंदिर सिविल लाइंस में पूजन एवं शाम 6 बजे शनि मंदिर गंज में पूजन एवं प्रसादी वितरण का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। शनिवार को श्रद्धांजलि सभा में पंडित कांतु दीक्षित, सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष नरेन्द्र शुक्ला, प्रमोद शर्मा, ब्रजकिशोर पांडे, पप्पन मिश्रा, स्वदेश त्रिवेदी, धीरू शर्मा, विजय पांडे, सुनील गुड्डू शर्मा, शैलेष गुबरेले, बाबू भार्गव, विवेक छुट्टू भार्गव, दामोदर मिश्रा, महेश प्रसाद मिश्रा, विकास मिश्रा, पवन शर्मा, सुनील द्विवेदी, मयंक भार्गव, अजय शुक्ला, कालू शर्मा, राजेश अवस्थी, राकेश त्रिवेदी, ब्रजभूषण पांडे, रक्कू शर्मा, आशीष पचोरी, मनोज तिवारी, राम भार्गव, विवेक शुक्ला, समर्थ तिवारी, करन पांडे, अर्जुन पांडे, वतन मिश्रा, सलील हरदास, पवन शर्मा, सर्वेश दीक्षित, धु्रव शुक्ला, सीमांत पांडे, वीके पालीवाल, मनीष मिसर, श्याम पांडे, आशुतोष शुक्ला, प्रेरणा शर्मा, तुलिका पचौरी, स्वेता भार्गव, रीता अवस्थी, नीलम मिश्रा, ममता भट्ट, तरूणा द्विवेदी, अर्पणा देशपांडे, प्रज्ञा कौल, संध्या बोहरे, रजनी बोहरे, नेहा अभियंकर, श्रीमती पांडे, रंजना द्विवेदी, ममता डहाके, दीपाली कौशिक, कार्तिका मिश्रा, नीलीमा भार्गव, नीमिषा शुक्ला, मोहिनी शुक्ला सहित बड़ी संख्या में समाज के गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।