मनरेगा कर्मी रहेंगे अवकाश पर, कई माह का नहीं मिला वेतन

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), झारखण्ड मनरेगा कर्मचारी संघ के पाकुड़ जिला इकाई के द्वारा बीते दिनों हुई सहायक अभियंता श्याम दत्त शुक्ला के आकस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया गया। इकाई ने कहा कि इस वक्त हम मनरेगा कर्मी परिवार शोकाकुल है और बतौर कर्मी सभी तरह की सुविधाओं से वंचित हैं। मनरेगा इकाई पाकुड़ के द्वारा सभी तरह की सुविधाओं से वंचित होने की बातों का उल्लेख करते हुए कहा कि करीब 4 माह से प्रखण्ड पाकुड़ एवं अमरपाड़ा तथा अन्य प्रखण्ड का 3 माह से मानदेय का भुगतान नहीं मिला है और कार्य का दबाव भी अधिक है। इस तपती धूप में कोई कर्मी सुबह भी काम करना चाहे तो नहीं कर पता है। क्योंकि उसकी निगरानी गठित पीएमयु सेल के चतुर्थवर्गीय कर्मियों के द्वारा पूर्वाह्न 10:00 बजे से 5:00 अपराह्न के बीच की जाती है। मनरेगा इकाई ने कहा कि कई मनरेगा कर्मी भी प्रतिदिन 8 घंटे चेकनाका में कार्य करने के बाद अपने मूल दायित्व को निभाने में असमर्थ हो जाता है। साथ ही मूल कार्य करने के लिए कहने पर उनका मानसिक तनाव बढ़ने लगता है। झारखण्ड मनरेगा कर्मचारी संघ के पाकुड़ इकाई ने मनरेगा आयुक्त, झारखण्ड को अपनी मांग पत्र प्रस्तुत करते हुए शोकाकुल परिवार के लिए 29 अप्रैल 2025 को एक दिवसीय अवकाश में रहने की निर्णय लिया है। इस संदर्भ में पाकुड़ मनरेगा कर्मियों ने उपायुक्त, पाकुड़ के नाम डीडीसी, पाकुड़ को भी ज्ञापन सौंपा है। वही मनरेगा कर्मियों ने हताशा महसूस करते हुए कहा कि लगभग 15 सालों से कार्य कर रहे हैं और अभी तक अनुकंपा के आधार पर आश्रितों को बहाली करने का कोई प्रावधान नहीं है। अजीत कुमार टुडू ने सहायक अभियंता श्याम दत्त शुक्ला के आकस्मिक निधन पर शोक प्रकट करते हुए कहा कि उनका निधन हमारे हृदय को झकझोर कर दिया है। इस दुःख की घड़ी में मनरेगा कर्मी शोकाकुल परिवार के साथ तो है ही, लेकिन आश्रितों को अनुकंपा के आधार पर बहाली होने की विकल्प न होने को ले मनरेगा कर्मी चिंतित है। जिस पर सरकार को गंभीरता से चिंतन करना चाहिए।