तेल डिपो के पास वेल्डिंग के दौरान टैंकर में ब्लास्ट, हेल्पर की दर्दनाक मौत

एनपीटी ब्यूरो
बरेली। आंवला में डिपो के पास वेल्डिंग के दौरान एक और टैंकर फट गया। हादसे में वेल्डर का हेल्पर घायल हो गया। उसे इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया, जहां इलाज के दौरान देर रात उसकी मौत हो गई। मौके पर पहुंचे एसडीएम ने घटना की जांच कर कार्रवाई की बात कही है।
आंवला बल्क तेल डिपो के पास कान्हा गोशाला के सामने नगरिया सतन निवासी संजीव सिंह उर्फ बबलू सिंह की मार्केट में बिहार निवासी मुन्ना वेल्डिंग करता है। उसकी दुकान पर रहटुईया गांव निवासी संदेश हेल्पर है। टैंकर मालिकों ने बताया कि इंडियन ऑयल डिपो के अधिकारियों ने सभी टैंकरों में एयर के लिए बीआर पाइप लगवाने के निर्देश दिए हैं।
इसीलिए दोपहर को चालक परमिशन के बाद टैंकर में पानी भरवाकर वेल्डिंग की दुकान में पाइप लगवाने के लिए छोड़कर चला गया। शाम करीब 6 बजे संदेश टैंकर के ऊपर पाइप वेल्डिंग कर रहा था। इसी दौरान किसी तरह स्टीम बन गई और टैंकर का पिछला टैंक तेज धमाके के साथ फट गया और संदेश गंभीर रूप से घायल हो गया। तेज धमाका सुनकर वहां मौजूद लोग मौके से भाग गए।
थोड़ी देर बाद लोग मौके पर पहुंचे और संदेश को पास के निजी अस्पताल भेजा। जहां हालत गम्भीर देख उसे बरेली रेफर कर दिया गया। वहीं घटना पर एसडीएम आंवला एनराम पहुंच गए। उन्होंने पुलिस बुला ली। एसडीएम ने घटना पर नाराजगी व्यक्त की और जांच कराकर दोषियों पर कार्रवाई की बात कही। इंस्पेक्टर आंवला कुंवर बहादुर सिंह ने बताया कि टैंकर कस्बे के मोहल्ला बजरिया निवासी तस्कीन बेगम का है।
मामला दबाने का किया गया प्रयास
टैंकर से जुड़े लोग घटना को दबाने में लगे रहे और टैंकर को घटनास्थल से हटाकर निजी पार्किंग में टैंकरों के पीछे छिपाकर खड़ा कर दिया। वेल्डिंग दुकानदार और आसपास के लोग दुकानें बंद कर भाग गए, काफी देर बाद टैंकर खोजा जा सका।
आधा दर्जन के करीब हैं अवैध पार्किंग
कस्बे में तीन तेल डिपो हैं। तीनों डिपो के टैंकरों को खड़ा करने के लिए डिपो में पार्किंग की व्यवस्था है। परंतु टैंकरों को कस्बे की करीब आधा दर्जन निजी पार्किंगों में खड़ा किया जाता है। माना जाता है कि टैंकर चालकों से साठगांठ कर टैंकरों से तेल चोरी किया जाता है। इन अवैध पार्किंग की जानकारी अधिकारियों को है, परंतु सभी मौन साधे हुए हैं।
नगरिया सतन निवासी संजीव सिंह ने बताया कि कई साल पहले उन्होंने आबादी के पास बनाई गई पार्किंग का विरोध कर पुलिस को टैंकर खड़ा नहीं कराने की शिकायत दी थी लेकिन पुलिस ने उसके परिवार के ही तीन लोगों को जेल भेज दिया था।