वैज्ञानिकों ने बताये पशुओं में बांझपन दूर करने के उपाय

ठाकुरद्वारा के ग्राम अलीपुर खालसा में पशुधन बांझपन निवारण शिविर का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केके. सिंह व कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. रविन्द्र कुमार ने संयुक्तरूप से किया।
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
मुरादाबाद । ठाकुरद्वारा में सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ के पशु चिकित्सा वैज्ञानिकों एवं इफको टोकियो जनरल इंश्योरेंस लिमिटेड के संयुक्त तत्वावधान में ग्राम अलीपुर खालसा में पशुधन बांझपन निवारण शिविर का आयोजन किया गया, जिसका शुभारंभ विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. केके. सिंह व कृषि विज्ञान केंद्र के प्रभारी डॉ. रविन्द्र कुमार द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
पशुओं में बांझपन दूर करना है आवश्यक
डॉ. कुमार ने बताया कि निराश्रित गौवंश की समस्या के समाधान के लिए पशुओं में बांझपन को दूर करना अति आवश्यक है। इसी उद्देश्य से विशेषज्ञों द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के विभिन्न गांवों में प्रत्येक सप्ताह अत्याधुनिक अल्ट्रासाउंड मशीनों के माध्यम से पशुओं की जांच कर निःशुल्क चिकित्सा सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। कार्यक्रम प्रबंधक प्रो. अमित वर्मा ने किसानों को बताया कि “साइलेंट हीट” से ग्रसित पशुओं में हीट के लक्षण स्पष्ट नहीं होते, जिससे उनका कृत्रिम गर्भाधान संभव नहीं हो पाता। ऐसे पशुओं को हरा चारा, संतुलित आहार एवं खनिज मिश्रण देना चाहिए। साथ ही, प्रशिक्षित व्यक्तियों द्वारा सुबह या शाम के समय पशुओं की हीट के लक्षणों की जांच की जानी चाहिए क्योंकि इस समय लक्षण अधिक स्पष्ट होते हैं। आयुर्वेदिक औषधियां भी पशुओं को गर्मी में लाने में सहायक सिद्ध होती हैं।
यह लोग रहे मौजूद
शिविर में डॉ. अमित वर्मा, डॉ. विकास सचान, डॉ. विकास जायसवाल, डॉ. अरविंद सिंह, डॉ. अजीत कुमार सिंह, डॉ. राजेश कुमार, डा गरिमा राज, डा प्रशांत तिवारी तथा डा आदित्य कुमार समेत कई पशु चिकित्सा विशेषज्ञों ने 225 से अधिक पशुओं की स्वास्थ्य जाँच की तथा बाँझपन सहित अन्य बीमारियों की दवाओं का निशुल्क वितरण किया गया।