बागपत

भगवान उठा ले” और “सास-बहू की महाभारत” रिलीज राजवीर सिंह दांगी ऑफिशियल चैनल पर सोनोटेक द्वारा प्रस्तुत

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।

“भगवान उठा ले” और “सास-बहू की महाभारत” रिलीज — राजवीर सिंह दांगी ऑफिशियल चैनल पर सोनोटेक द्वारा प्रस्तुत

सुरेंद्र मलानिया 

बागपत। भोजपुरी और ग्रामीण सिनेमा जगत में एक बार फिर धमाका हुआ है! राजवीर सिंह दांगी ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर सोनोटेक कंपनी के बैनर तले दो दमदार फिल्में “भगवान उठा ले” और “सास-बहू की महाभारत” रिलीज हो चुकी हैं। दोनों ही फिल्मों ने दर्शकों के दिलों में गहरी छाप छोड़ दी है और ग्रामीण संस्कृति, रिश्तों के द्वंद्व और भावनात्मक टकराव को मनोरंजन के साथ पेश किया है।

फिल्मों की खास बात

1. भगवान उठा ले:

इस फिल्म की कहानी एक ऐसे इंसान के इर्द-गिर्द घूमती है जो ज़िंदगी के बोझ से हारकर भगवान से गुहार लगाता है कि “अब तो उठा लो!” लेकिन जब भगवान उसकी पुकार सुन लेते हैं, तब उसके जीवन की कड़वी-सच्ची परतें खुलती हैं। फिल्म में गहरा व्यंग्य, सामाजिक कटाक्ष और हास्य का सुंदर मिश्रण देखने को मिलता है।

2. सास-बहू की महाभारत:

यह फिल्म पारिवारिक रिश्तों की खटास और मिठास का आईना है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे एक आम घरेलू झगड़ा धीरे-धीरे महाभारत का रूप ले लेता है, और कैसे सास-बहू के बीच की तकरार परिवार की नींव को हिला देती है। लेकिन अंत में फिल्म एक मजबूत संदेश भी देती है — संवाद, समझ और प्रेम से ही परिवार चल सकता है।

कलाकारों और टीम की सराहनीय प्रस्तुति

दोनों फिल्मों के डायरेक्टर नगेन्द्र शर्मा ने ग्रामीण पृष्ठभूमि को बेहद संवेदनशील और यथार्थवादी ढंग से प्रस्तुत किया है।

कैमरा वर्क: मनीष जयंत की सिनेमैटोग्राफी ने गांव की गलियों, रिश्तों के रंग और इमोशंस को प्रभावशाली ढंग से कैद किया है।

मुख्य कलाकार:

राजवीर सिंह दांगी ने दोनों फिल्मों में अपने स्वाभाविक अभिनय से किरदारों को जीवंत कर दिया है।

ऊषा देवी और पूजा सिरोही ने सशक्त महिला किरदारों को गहराई से निभाया है।

नगेन्द्र शर्मा, सुरेंद्र मलानिया, प्रमोद शर्मा जैसे कलाकारों ने अभिनय में यथार्थ का पुट भर दिया, जो दर्शकों को सीधे दिल से जोड़ता है।

दर्शकों की प्रतिक्रिया:

रिलीज के कुछ ही घंटों में इन फिल्मों को हजारों दर्शकों ने देखा और सराहा है। यूट्यूब कमेंट्स और सोशल मीडिया पर दर्शक इन फिल्मों को “गांव की सच्चाई”, “दिल को छू लेने वाली”, “हंसाते-हंसाते रुला देने वाली” कहकर तारीफ कर रहे हैं।

“भगवान उठा ले” और “सास-बहू की महाभारत” दोनों ही फिल्में सिर्फ मनोरंजन नहीं, बल्कि सामाजिक संदेश और रिश्तों की गहराई का प्रतीक हैं। सोनोटेक कंपनी की प्रस्तुति और राजवीर सिंह दांगी ऑफिशियल चैनल का यह प्रयास क्षेत्रीय सिनेमा को नई ऊँचाइयाँ देने में सक्षम साबित हो रहा है।

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