खैरथल जिला हैडक्वाटर की बदहाली के लिए भाजपा सरकार और इनके प्रतिनिधि जुम्मेवार :जूली

नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरों
खैरथल-तिजारा :कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव आदरणीय श्री भँवर जितेंद्र सिंह ,नेताप्रतिपक्ष राजस्थान टीकाराम जूली, विधायक ललित यादव, विधायक दीपचंद खैरिया एवं जिले के वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं ने रविवार को खैरथल में मीडिया
से संवाद कियापूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने खैरथल जिला मुख्यालय पर संयुक्त रूप से प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।
पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार बड़ी योजनाओं के केवल सपने दिखाती है, धरातल पर कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि यह सरकार विकास की नहीं बल्कि विनाश की सरकार है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा एवं दिल्ली के भू माफिया का प्रवेश अब खैरथल क्षेत्र में हो गया है।
उन्होंने कहा कि सरकार स्पष्ट करें जिला मुख्यालय घोषित होने के बाद भी खैरथल जिले के साथ सौतेला व्यवहार क्यों किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि सरकार को स्पष्ट करना चाहिए कि जिला मुख्यालय पर सरकारी कार्यालय अपने भवन में कब संचालित होंगे ताकि अफवाहों और गरीब की ठगी पर रोक लग सके। उन्होंने कहा कि बाहर के भूमाफिया आकर जिला मुख्यालय घोषित होने के बाद यहां जमीनों की बंदर बाट कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अलवर सांसद और केंद्र में मंत्री पीएम के साथ बैठते हैं लेकिन क्षेत्र के लिए उन्होंने क्या किया स्पष्ट करें।
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा कि खैरथल के विकास के लिए पूरा विपक्ष एकजुट होकर सरकार से लड़ाई लड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार का ऐतिहासिक फैसला खैरथल को जिला बनाने की सौगात दी गई।
उन्होंने कहा कि राजस्थान प्रदेश की सरकार ने खैरथल को निरस्त करने का पूरी कार्यवाही की थी लेकिन विपक्ष के दबाव में कैंसिल नहीं कर पाए।
उन्होंने कहा कि खैरथल जिला घोषित होने के बाद भूमाफिया जनता को बड़े-बड़े सपने दिखाकर गरीब जनता को लूटने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली के भूमाफियाओं के साथ कुछ नेता भी शामिल है।
उन्होंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से कहा कि ऐसे मामलों की निष्पक्ष जांच कर कर तुरंत संज्ञान लेना चाहिए कही जनता की जमीनों का घोटाला तो नहीं किया जा रहा।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री और अलवर सांसद खैरथल को चंडीगढ़ बनाने का बयान दे रहे थे अब तक क्या प्रयास हुए सरकार के भी पूरे डेढ़ वर्ष हो गए हैं स्पष्ट करें ।
उन्होंने कहा कि पिछले दिनों भूमाफियाओं द्वारा चिन्हित की गई जमीनों और पिछले दिनों की गई रजिस्ट्री की जांच होनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि खैरथल को जिला मुख्यालय घोषित हुए दो वर्ष हो चुके हैं, राज्य सरकार बजट भी घोषित कर चुकी है तथा कार्यालयों के लिए भूमि का चयन भी हो गया है, लेकिन मिनी सचिवालय का निर्माण कार्य अब तक शुरू नहीं हुआ है। उन्होंने इसे जल्द शुरू करवाने की मांग की।इसके अलावा 50 करोड़ की लागत से प्रस्तावित खैरथल बाईपास आरओबी (ROB) की स्वीकृति दिसंबर 2024 में रेलवे द्वारा दी जा चुकी है, लेकिन वित्त विभाग की अनुमति के अभाव में टेंडर जारी नहीं हो पा रहे हैं।नेताओं ने एमडीआर 25 किशनगढ़बास को राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा देने और उसे चार लेन करने की मांग दोहराई। साथ ही दिल्ली-अलवर रेपिड रेल (RRTS) के अलवर तक विस्तार की मांग करते हुए केंद्र सरकार की उदासीनता पर नाराजगी जताई।इस दौरान अलवर जिला अध्यक्ष योगेश मिश्रा, किशनगढ़ बास विधायक दीपचंद खेरिया, मुंडावर विधायक ललित यादव, बहरोड से कांग्रेस के विधायक प्रत्याशी संजय यादव, तिजारा से विधायक प्रत्याशी इमरान खान, प्रधान बीपी सुमन, नेता प्रतिपक्ष विक्की चौधरी, संजीव बारेठ,रोहिताश चौधरी,गिरीश डाटा,बलराम यादव सहित कांग्रेस नेता एवं पार्षद एवं कार्यकर्ता मौजूद रहे।