धर्मपाल गाँधी की आगामी पुस्तक का शीर्षक होगा- आज़ादी की राहों में

नेशनल प्रेस टाइम ,ब्यूरो
झुंझुनूं सूरजगढ़। राष्ट्रीय साहित्यिक, सांस्कृतिक व सामाजिक संस्थान आदर्श समाज समिति इंडिया के अध्यक्ष, गाँधीवादी सामाजिक कार्यकर्ता, क्रांतिकारी लेखक, विचारक, दार्शनिक, स्वतंत्र पत्रकार और साहित्यकार धर्मपाल गाँधी की आगामी नई पुस्तक का शीर्षक होगा- “आज़ादी की राहों में”। पुस्तक में हिंदुस्तान की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाली महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष की कहानियाँ लिखी गई हैं। लेखक धर्मपाल गाँधी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम पर आधारित लिखी गई क्रांतिकारी पुस्तक वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा प्रकाशित की जायेगी। पुस्तक का संपादन अंजू गाँधी द्वारा किया जायेगा। लेखक धर्मपाल गाँधी काफी लंबे समय से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम पर शोध कर रहे हैं; आजादी की लड़ाई में भाग लेने वाले क्रांतिवीरों और महिला स्वतंत्रता सेनानियों को दुनिया के सामने लाने का प्रयास कर रहे हैं। पूर्व में वर्तमान अंकुर प्रकाशन द्वारा लेखक धर्मपाल गाँधी की लिखित पुस्तक ‘हिन्द की क्रांतिकारी बेटियाँ’ व ‘आजादी के दीवाने’ और ‘क्रांति का आगाज़’ प्रकाशित हो चुकी हैं। तीनों पुस्तकों में हिंदुस्तान की आजादी के लिए राष्ट्रीय आंदोलन में भाग लेने वाले स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष का उल्लेख किया गया है। ‘क्रांति का आगाज़’ पुस्तक में महात्मा गाँधी द्वारा शुरू किए गए राष्ट्रीय आंदोलनों और स्वतंत्रता संग्राम के दौरान घटित घटनाओं का भी उल्लेख किया गया है। तीनों पुस्तक वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा प्रकाशित की गई हैं और तीनों ही पुस्तक अमेजॉन पर ऑनलाइन उपलब्ध हैं। लेखक धर्मपाल गाँधी ने बताया कि मेरे द्वारा लिखी गई पुस्तक हिंद की क्रांतिकारी बेटियाँ व आजादी के दीवाने और ‘क्रांति का आगाज़’ प्रकाशित हुई तो काफी लोगों ने पुस्तकों को पढ़ा और पसंद किया। बुद्धिजीवियों और साहित्यकारों द्वारा अवलोकन करने पर तीनों पुस्तकों को काफी लोकप्रियता मिली। पुस्तकों में स्वतंत्रता सेनानियों की जीवनी व भारतीय स्वतंत्रता संग्राम से जुड़ी घटनाओं को सच्चाई के साथ लिखा गया है। हिंद की क्रांतिकारी बेटियाँ व आजादी के दीवाने पुस्तकों और ‘क्रांति का आगाज़’ की अपार सफलता के बाद प्रयागराज की साहित्यकार व कवयित्री रेनू मिश्रा दीपशिखा और आदर्श समाज समिति इंडिया से जुड़े अन्य साथियों ने मुझे स्वाधीनता आंदोलन पर ओर पुस्तक लिखने के लिए प्रेरित किया। देश की आजादी के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले क्रांतिवीरों पर पुस्तक लिखने की मेरी जिज्ञासा हमेशा रहती है। अतः स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाली महिला स्वतंत्रता सेनानियों पर पुस्तक लिखने का कार्य शुरू किया और पुस्तक का नाम रखा गया है, “आज़ादी की राहों में”। पुस्तक में स्वतंत्रता संग्राम में भाग लेने वाली महिला स्वतंत्रता सेनानियों के अदम्य साहस और शौर्य गाथाओं का वर्णन किया गया है। हिंदुस्तान की आजादी के लिए राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी द्वारा शुरू किए गए आंदोलनों में महिलाओं ने भी कंधे से कंधा मिलाकर पुरुष स्वतंत्रता सेनानियों का साथ दिया था। आजादी की लड़ाई में महिला स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान का उल्लेख किए बिना स्वतंत्रता संग्राम की कहानी अधूरी है। क्रांतिकारी लेखक धर्मपाल गाँधी द्वारा लिखी गई पुस्तक “आजादी की राहों में” तकरीबन चालीस महिला स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन संघर्ष की कहानियां लिखी गई हैं। संपादक अंजू गाँधी व लेखक धर्मपाल गाँधी द्वारा स्वतंत्रता संग्राम पर शोध और पुस्तक लेखन का कार्य जारी है। ‘आज़ादी की राहों में’ पुस्तक वर्तमान अंकुर प्रकाशन नोएडा द्वारा शीघ्र प्रकाशित की जायेगी।