मैनपुरी में संयुक्त संघर्ष समिति, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन , विद्युत तकनीकी कर्मचारीयों की विरोध सभा।


नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
मैनपुरी- संयुक्त संघर्ष समिति, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन , विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ, उत्तर प्रदेश और उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन निविदा/संविदा कर्मचारी संगठन द्वारा संयुक्त रूप से अधीक्षण अभियंता कार्यालय, पॉवर हाउस कॉलोनी मैनपुरी पर निजीकरण के विरोध में विरोध सभा का आयोजन किया गया इसमें जनपद मैनपुरी के समस्त सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया। विरोध सभा में संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारी अनिल कुमार वर्मा, हंसराज कौशल, राधेश्याम यादव, पियूष शुक्ला, ऐन्द्र कुमार शर्मा एवं शिवांश तिवारी ने निजीकरण के विरोध में एक दिवसीय विरोध कार्यक्रम में सम्मिलित होकर निजीकरण का विरोध किया, उनके द्वारा बताया गया कि निजीकरण से बिजली कर्मचारियों एवं उनके परिवार का भविष्य अँधेरे में है, उपभोक्ताओ का भी निजी घरानों द्वारा शोषण किया जायेगा, राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के जिला अध्यक्ष, अजीत सिंह एवं सचिव, अजय यादव, ने कहा कि बिजली का निजीकरण होने से पूंजीपतियों का भला होगा आम जनता का नहीं। जेई संगठन के पदाधिकारी श्त्रिलोकी सिंह ने कहा की उपभोक्ताओं की समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा और उपभोक्ता देवो भव: का नारा दिया । विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के सचिव अमित कुमार राजपूत ने कहा कि संविदा कर्मियों को कम करने के संबंध में भी उच्च प्रबंधन से मांग की गई कि संविदा कर्मचारी हमारे दिन,रात, धूप,बारिश, जाड़े में काम करते हैं उनके लिए समय-समय पर सुरक्षा उपकरण भी उपलब्ध कराए जाएं जिससे जान माल की हानि से बचा सके । उन्होंने आगे कहा की आर डी एस एस योजना में निवेश से जहां विद्युत विभाग को सुधारा जा रहा है जिसमें नई लाईन एवं नए ट्रांसफार्मर नये पोल लगाए जा रहे हैं फिर विभाग का निजीकरण क्यों यह भी एक प्रश्न चिन्ह है ऊर्जा प्रबंधन में बैठे लोगों पर?
जूनियर इंजिनियर संगठन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष निजामुद्दीन ने कहा कि निजीकरण से बिजली की दरों में वृद्धि होगी कर्मचारियों के सामने छंटनी का संकट होगा। जूनियर इंजिनियर संगठन के सदस्य महेश प्रभाकर, सुरेन्द्र सिंह, नेत्रपाल सिंह, मुन्नीलाल गुप्ता, रवि प्रकाश, धनवीर नागर, प्रवीण प्रताप, ने कहा कि आने वाले समय में युवाओं के लिए ऊर्जा क्षेत्र में नौकरियां नहीं होगी। सभी ने निजीकरण के विरोध का समर्थन किया और शपथ ली कि हम निजीकरण किसी भी कीमत पर नहीं होने देंगे। ज्ञानेंद्र पुष्कर, मंडल अध्यक्ष जूनियर इंजिनियर संगठन ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया को तत्काल बंद किया जाए तथा यदि निजीकरण की प्रक्रिया को तत्काल रोका नहीं गया तो 29 मई से संपूर्ण प्रदेश में अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार किया जाएगा जिससे हुई औद्योगिक अशांति के लिए उच्च प्रबंधन जिम्मेदार होगा। इसमें उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन निविदा /संविदा कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष सुबोध यादव, सुनील कुमार, अनिल यादव, संजीव कुमार, जितेन्द्र कुमार, शरद मिश्रा, कुलदीप, प्रमोद कुमार, अशोक कुमार, एवं समस्त संविकर्मी सदस्य ने कहा कि निविदा/ संविदा कर्मचारियों को 55 वर्ष की आयु के बाद उच्च प्रबंधन द्वारा निकाल दिया गया है तथा SSO हेल्पर के रूप में प्रत्येक बिजली घर पर 3- 3 साथी तैनात थे उनमें से भी 2-2 कर्मचारी निकाल दिए गए हैं इन सबको जल्द ही बहाल किया जाए तथा निविदा/संविदा कर्मचारियों का न्यूनतम वेतन 18000 रुपए किया जाए ।जिससे वह अपने परिवार का भरण पोषण कर सकें।
उपरोक्त कार्यक्रम में राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर संगठन के निम्न पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए जो इस प्रकार हैं- श्री देवेन्द्र सिंह, क्षेत्रीय सचिव, शुभम मधेशिया, पंकज कन्नौजिया, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष, प्रदीप कुमार, क्षेत्रीय प्रचार सचिव, श्याम किशोर बिन्द, रवि कुमार, राज कुमार एवं अन्य अवर अभियंता सदस्य,
विद्युत तकनीकी कर्मचारी एकता संघ के निम्न पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए पीतम सिंह, शिव नारायन, उमेर हसन, अंकित राठौर, सौरभ, नितिन तिवारी, आशीष कुमार पटेल, सुभाष पटेल, अरविन्द कुमार, उमेश चंद, बिजेंद्र कुमार, महेश, अरुण कुमार शर्मा, जनवेद , अंकित जादौन, शिव शंकर, जितेन्द्र राजपूत, अमित कुमार, नन्द किशोर, मुज्जम्मिल हुसैन, राम कुमार, एवं अन्य सदस्य संयुक्त संघर्ष समिति के निम्न पदाधिकारी और सदस्य शामिल हुए जो इस प्रकार हैं- सीमा चौहान, रूबी शर्मा,रूबी, विशाल विक्रम, बजरंग बहादुर, सतेन्द्र सिंह, अनिल कुमार. प्रशांत कौशिक, राजेश विक्रम, रोहित राठोर, सुजीत वर्मा, दिलीप कुमार, राजेंद्र, समस्त सदस्य संयोजक ऐन्द्र कुमार शर्मा अजीत सिंह अमित कुमार संयुक्त संघर्ष समिति रा०वि०प०जू०इं०सं०