11 साल बाद अंसल निदेशकों के खिलाफ दर्ज हुई धोखाधड़ी की एफआईआर

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
मेरठ। अंततः 11 साल की लम्बी लड़ाई के बाद अंसल लैंडमार्क प्राईवेट लिमिटेड के निदेशकों और मैनेजर के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज हुई है। बताया जा रहा है कि प्रदेश के मुखिया योगी आदित्यनाथ की सख्ती के बाद इस प्रकरण में मुकद्दमा दर्ज हुआ है। अंसल लैंडमार्क द्वारा सिंचाई विभाग की जमीन पर पीड़ितों से पैसा वसूल करके उन्हें टरकाया जा रहा था। प्राप्त विवरण के अनुसार सहारनपुर के निवासी और क्राइम ब्रांच मेरठ में तैनात रहे रिटायर्ड सीओ बचन सिंह सिरोही ने 14 जून 2014 को करीब 12 लाख रूपये की कीमत अदा करके अंसल के प्रोजेक्ट में एक यूनिट अलॉट कराई थी। कुछ समय बाद कम्पनी के मैनेजर ने बताया कि रेट बढ़ जाने के कारण 15 लाख की अतिरिक्त धनराशि जमा कराने के बाद ही यूनिट अलॉट होगी। रिटायर्ड सीओ द्वारा उक्त रकम जमा करने के बावजूद भी अंसल लैंडमार्क ने उन्हें यूनिट अलॉट नहीं की । इस पर शक होने पर पीड़ित ने गहराई से प्रोजेक्ट की जानकारी प्राप्त की तो पता चला कि उन्हें एवं अन्य लोगों को बेचे गये प्लाट एवं यूनिट पर मालिकाना हक सिंचाई विभाग है और एमडीए ने उक्त प्लाटों की खरीद पर रोक लगा रखी है। इस पर पीड़ित ने अंसल लैंडमार्क प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक एवं प्रबन्धक सुशील अंसल, प्रणव अंसल एवं मैनेजर अतुल शर्मा और एपी शर्मा के खिलाफ धोखाधड़ी की तहरीर दी।