20 वर्ष की आयु पूरी कर चुके आंगनबाड़ी भवनों का होगा नवीनीकरण

निदेशालय को भेजा प्रस्ताव
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
मुरादाबाद। जनपद में 2772 आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित हैं। इन आंगनबाड़ी केंद्रों में कई सौ केंद्र अपनी 20 वर्ष की आयु पूरी कर चुके हैं और जर्जर हालत में खड़े है। जिसमें कुछ तो खंडहर में तब्दील हो चुके है। जिनके स्थान पर उन केंद्रों का संचालन कहीं किराए की मकानों में तो कहीं पंचायत भवन के कमरों में हो रहा है। निदेशालय ने ऐसे सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के भवनों की सूची और लोक निर्माण विभाग के द्वारा निरीक्षण करा कर उनके नवीनीकरण किए जाने रिपोर्ट मांगी है। विभाग की ओर से ऐसे केंद्रों का चिन्हीकरण का कार्य किया जा रहा है। 175 भवनों भी खस्ता हालत में है। जो बच्चों के लिए जानलेवा खतरा बने हुए हैं।
लोक निर्माण विभाग द्वारा कराया जाएगा जर्जर विभाग का निरीक्षण
जिला कार्यक्रम अधिकारी जानकी देवी ने बताया कि जनपद में लगभग 250 से 300 आंगनबाड़ी केंद्रों के भवन पूरी तरह खराब हो चुके हैं। विभाग की ओर से ऐसे भवनों को चिन्हित किया जा रहा है। विभाग निदेशालय को इनके नवीनीकरण के लिए प्रस्ताव भेजा था। जिसमें निदेशालय की गाइडलाइन के अनुसार जिस भवन की आयु 20 वर्ष से ऊपर हो और वह खराब हालत में आ चुका हो, उसका ही ध्वस्तीकरण के बाद नवीनीकरण कराने बात कही है। जिसके लिए ऐसे भवनों का लोक निर्माण विभाग द्वारा किए गए निरीक्षण की रिपोर्ट ही मान्य होगी।
इसके लिए जिला अधिकारी अनुज सिंह को ऐसे सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के लोक निर्माण विभाग से निरीक्षण कराने के लिए पत्र लिखा है। जिसके बाद ऐसे को सभी खराब पड़े आंगनबाड़ी केंद्रों की रिपोर्ट भेजी निदेशालय भेजी जाएगी। जिससे सभी केंद्रों नवीनीकरण कराया जाना संभव होगा। उन्होंने बताया कि जिन केंद्रों की मरम्मत नहीं हुई है और वह भी जर्जर हालत में आ चुके हैं, ऐसे 175 आंगनवाड़ी केंद्र हैं। जिनकी मरम्मत के जिला अधिकारी को पत्र लिखा गया था। जिस पर उन्होंने शासन इनकी मरम्मत के कार्य कराने संस्तुति कर निदेशालय को प्रस्ताव भेजा है।