दिव्यांग शिक्षा के प्रति शिक्षा अधिकारियों की बेरुखी

दिव्यांग विद्यार्थियों का घटता नामांकन
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो
खैरथल: प्रदेश में आजादी से पूर्व मूकबधिर अंधऔरदिव्यांग विद्यार्थियों के शिक्षण की माकूल व्यवस्थाएं होने के बाद वर्तमान में प्रदेश के अंदर दिव्यांग शिक्षा हो रही है बेरुखी का शिकार
निदेशालय से प्राप्त सूचना अधिकार के तहत जानकारी के अनुसार प्रदेश के राजकीय विद्यालयों में माध्यमिक स्तर परलगभग 45000 दिव्यांग विद्यार्थियों का नामाकन है
किंतु विभाग उनके शिक्षण कार्य के लिए व्याख्याता विशेष शिक्षक आज तक नहीं लग पाया है जबकि व्याख्याता विशेष शिक्षक भर्ती के नियम बन चुके हैं संगठन स्तर पर सुचारू दिव्यांग शिक्षा और व्याख्याता विशेष शिक्षक भर्ती के लिए मुख्यमंत्री महोदय और मुख्यमंत्री कार्यालय से संवाद किया गया मुख्यमंत्री महोदय ने तुरंत कार्रवाई कर तीन दिन में रिपोर्ट मांगी है
“मुख्यमंत्री महोदय के दिव्यांग शिक्षा के प्रति सकारात्मक रुखके कारण जल्दी ही व्याख्याता विशेष शिक्षक भर्ती पूरी होगी”
विपिन प्रकाश शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ
“मुख्यमंत्री महोदय की कार्रवाई के बाद व्याख्याता विशेष शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया तीव्र होगी तथा प्रदेश दिव्यांग शिक्षा में नई ऊंचाइयों को छूएगा”
पवन शर्मा
प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान विशेष शिक्षक संघ