बैतूल कोतवाली थाने में नाबालिक बच्चों को बिठाकर रखा गया।

प्रकरण की वीडियो वायरल।
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
बैतूल। कोतवाली थाना का एक वीडियो काफ़ी वाइरल हो रहा है जिसमें नाबालिक बच्चों को थाने में बिठाकर रखा गया है वह बच्चों को डांट डपट कर उनमें भय पैदा किया जा रहा है। कानून के जानकार कहते हैं कि जुवेनाइल जस्टिस केयर एंड प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रन एक्ट, 2015 के अनुसार, नाबालिगों को किसी भी अपराध में थाने में नहीं रखा जा सकता है। यदि नाबालिग को किसी अपराध में गिरफ्तार किया जाता है, तो उसे बाल कल्याण पुलिस अधिकारी की देखरेख में एक सुरक्षित घर में रखा जाना चाहिए, न कि थाने में। पुलिस को नाबालिगों को गिरफ्तार करते समय उनके माता-पिता या अभिभावकों को सूचित करना होता है न कि उन्हें थाने में रखा जाता है। नाबालिगों के अधिकारों को लेकर सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट निर्देश हैं कि किसी नाबालिग को जेल या पुलिस हिरासत में नहीं रखा जा सकता। यदि किसी नाबालिग को अपराध करते हुए पकड़ा जाता है और उसकी उम्र 16 साल से अधिक है, तो उसे थाने की जगह किशोर न्याय बोर्ड के सामने पेश किया जाना चाहिए।
समाजसेवक पंकज अतुलकर का कहना हैं की बैतूल कोतवाली थाना टीआई रविकांत देह रिया नें बताया की मुझे इस वीडियो की जानकारी नहीं हैं। जो वीडियो वायरल कर रहा हैं वो भी अपराधी हैं, जांच कर प्रकरण में उचित कार्यवाही की जाएगी।
देखना होगा कि बैतूल पुलिस प्रकरण में क्या कार्यवाही करती है नेशनल प्रेस टाइम्स की टीम मामले पर नजर बनाकर रखे हुए है।