जबतक सरना धर्म कोड लागू नहीं होगा, तबतक जातीय जनगणना नहीँ होनी चाहिए- रतिलाल टुडू

संतोष कुमार दे
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो, धनबाद (झा०खं०), झारखंड मुक्ति मोर्चा केन्द्रीय समिति के निर्देशित कार्यक्रम के तहत झामुमों जिला समिति धनबाद द्वारा सरना धर्म कोड/आदिवासी धर्म कोड को मान्यता दिलाने हेतु एक विशाल धरना प्रदर्शन कार्यक्रम धनबाद मुख्यालय के रणधीर वर्मा चौक पर किया गया। जिसमें वरीय नेता रतिलाल टूडू के नेतृत्व में सैकड़ों कार्यकर्ता उपस्थित हुए। अपने सम्बोधन में श्री टूडू ने कहा कि जबतक सरना धर्म कोड लागू नही होता तबतक जातीय जनगणना नहीँ होनी चाहिए। भाजपा नेतृत्व वाली केन्द्र सरकार द्वारा पुरे देश में जातिगत जनगणना करवाने का निर्णय लिया गया है। किन्तु झारखण्ड सरकार द्वारा सरना धर्म कोड/ आदिवासी धर्म कोड विधेयक को झारखण्ड में 11 नंवबर 2020 को एक विशेष सत्र आयोजित कर सर्वसम्मति से पारित किया गया था। झारखण्ड विधान सभा से उक्त प्रस्ताव को पारित कर राज्यपाल के माध्यम से केन्द्र के पास अनुमोदन के लिए भेजा गया। किन्तु आज लगभग 05 वर्ष उपरान्त भी सरना/अदिवासी अस्मिता और पहचान से जुडे इस विधेयक पर केन्द्र सरकार द्वारा कोई निर्णय नही लिया गया। केन्द्र सरकार की यह चिर निंद्रा दर्शाती है कि आदिवासी समुदाय के प्रति भाजपा की क्या मानसिकता है। देश के 12 करोड़ आदिवासियों के लिए सरना धर्म कोड मान्य हो, तभी झारखंड में जातीय जनगणना कराई जाय, नहीं तो झामुमों इसका विरोध करती रहेगी। इससे पहले श्री टूडू सक्ति चौक स्थित शहीद शक्ति नाथ महतो की विशालकाय प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर नमन करते हुए गाड़ियों की काफ़िला से सभा स्थल तक पहुंचे। इस विरोध सह धरना कार्यक्रम में जिले के सभी नेता अपने नेतृत्व में हजारों कार्यकर्ताओं के साथ शामिल हुए।