जिला पोस्टमार्टम ग्रह में डीप फ्रीजरों के अभाव में शवों की हो रही बेकदरी

नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
मथुरा। जिला पोस्टमार्टम गृह पर रोजाना 5 से 6 शव आते हैं। इसमें से अज्ञात शवों को तीन दिन तक यहां रखना पड़ता है। क्योंकि अज्ञात शव का तीन दिन बाद पोस्टमार्टम होता है। रिफाइनरी से दान में मिले 6 डीप फ्रीजर का रखरखाव भी स्वास्थ्य विभाग नहीं कर पाया है। एक साल से दान में मिले डीप फ्रीजर खराब पड़े हैं, जबकि सेवार्थ संस्थान के 8 डीप फ्रीजरों से काम चलाया जा रहा है। गर्मी में डीप फ्रीजरों की कमी के कारण शव की बेकदरी हो रही है और दुर्गंध आने से लोग परेशान हो रहे हैं। मथुरा रिफाइनरी ने करीब एक साल पहले स्वास्थ्य विभाग को 6 डीप फ्रीजर दान में दिए थे। स्वास्थ्य विभाग के 6 और सेवार्थ संस्थान के 8 डीप फ्रीजर होने के कारण कुछ समय के लिए पोस्टमार्टम में रखे शवों की दुर्गंध से लोगों को निजात मिल गई। स्वास्थ्य विभाग को दान में मिले डीप फ्रीजर एक माह बाद ही खराब हो गए। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने इन्हें ठीक कराना भी उचित नहीं समझा। सेवार्थ संस्थान ने रिजर्व में रखे डीप फ्रीजरों की भी मरम्मत कराई। ताकि यहां आने वाले लोगों को परेशानी न हो। सेवार्थ संस्थान के मैनेजर ठा. श्यामवीर सिंह ने बताया कि संस्थान के रिजर्व में रखे डीप फ्रीजर खराब हो गए थे। शनिवार को उन्हें ठीक कराया है। डॉ. अजय कुमार वर्मा, सीएमओ ने कहा, रिफाइनरी से डीप फ्रीजर दान में मिले थे, कुछ समय संचालित होने के बाद खराब हो गए। इसकी जानकारी रिफाइनरी को दी थी, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। पोस्टमार्टम संचालन पर खर्च करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को अलग से कोई फंड नहीं मिलता है।