कैसे हो भीकनपुर पुल का निर्माण, दुविधा में विभाग

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
मुरादाबाद। भीकनपुर पुल का निर्माण अब स्थाई और अस्थाई निर्माण के दो प्रस्ताव की बीच झूल रहा है। लोक निर्माण विभाग के द्वारा आईआईटी रुड़की से सर्वे करा कर पुल का पक्का निर्माण कराने की कवायद चल रही थी। वहीं जिलाधिकारी अनुज सिंह ने ग्रामीणों की परेशानी देखते हुए एडीएम को लोक निर्माण विभाग और जिला आवदा प्रबंधन प्राधिकरण की टीम को सर्वे लिए भेजा था। जिसमें अस्थाई निर्माण के लिए मिट्टी डालकर जीयो बैग के सहारे तुरंत रास्ता खोलने की बात कही गई। हालांकि लोक निर्माण विभाग ने इसका 90 लाख का प्रस्ताव बनाया है। लेकिन अभी दोनों प्रस्तावों में से कौन से प्रस्ताव पर कार्य किया जाएगा। इसके लिए आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने लोक निर्माण विभाग से कई बार पत्राचार किया है।
3 करोड़ 50 लाख का प्रस्ताव बनाया
जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के आपदा विशेषज्ञ प्रदीप कुमार ने बताया कि लोक निर्माण विभाग की ओर से कार्य में देरी हो रही है। लोक निर्माण विभाग ने पहले आईआईटी रुड़की से सर्वे कराया है, जिसके लिए पत्राचार में लगभग 3 करोड़ 50 लाख का प्रस्ताव बनाया है। वहीं जिला अधिकारी अनुज सिंह के निर्देश के बाद 3 मई को पुल का सर्वे किया गया था। जिसमें आपदा प्रबंधन और लोक निर्माण विभाग की टीमों को अपनी रिपोर्ट तैयार करनी थी। वहां रहने वाले ग्रामीणों की परेशानी देखते हुए तुरंत रास्ता खोलने के लिए मिट्टी और जीयो बैग डालकर रास्ता बनाने की बात तय हुई थी। जिसके लिए लोक निर्माण विभाग ने 90 लाख प्रस्ताव बनाकर दिया है। अब सवाल है कि दोनों में कौन से प्रस्ताव पर मंजूरी कराई जाए। उधर पक्के निर्माण आईआईटी रुड़की का सर्वे भी जारी है। ऐसे अस्थाई प्रस्ताव कार्य कैसे किया जाए इसके लिए लोक निर्माण विभाग के सीडी को पत्र लिख कर जानकारी मांगी गई है।