साइबर जांच के फेर में फंसा गरीब का खाता, एक साल से दर-दर भटक रहा मांगा

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
चौसाना। क्षेत्र के गांव नाइनगला जाटान निवासी मांगा बीते एक साल से अपने ही बैंक खाते के लिए दर-दर की ठोकरें खा रहा है। मांगा का कहना है कि उसने टोडा स्थित जाना बैंक में करीब दो साल पहले खाता खुलवाया था, जिसमें उसने मेहनत-मजदूरी कर 26 हजार रुपये जमा किए थे। लेकिन जब वह बैंक से पैसे निकालने पहुंचा, तो पता चला कि उसका खाता बंद कर दिया गया है।
मांगा जब बैंक मैनेजर से मिला, तो उसे बताया गया कि उसका खाता साइबर सेल द्वारा सीज कर दिया गया है। इसके बाद वह शामली साइबर थाने पहुंचा, जहां बताया गया कि महाराष्ट्र से किसी ने गलती से उसके खाते में 30 हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए थे, जिसके चलते साइबर सेल ने खाते पर रोक लगा दी है।
मांगा का कहना कि उसने कोई गलती नहीं की, फिर उसका खाता क्यों बंद किया गया उसका कहना है, जिसने गलती से पैसे डाले हैं, वो अपने पैसे वापस ले ले, लेकिन मेरे 26 हजार तो मुझे मिल जाएं।मांगा का कहना है कि वह बेहद गरीब है और इन पैसों से ही अपने परिवार का गुजारा करता है। एक साल से खाते में पैसे फंसे होने की वजह से उसके सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।
मांगा ने जिला प्रशासन और बैंक अधिकारियों से गुहार लगाई है कि उसका खाता दोबारा चालू किया जाए और उसे उसके जमा पैसे वापस दिलवाए जाएं।