पूर्व सरपंच और उनके बेटों के आतंक से परेशान ग्रामीण पहुंचे कलेक्टर के पास

कतरिहार गांव के दर्जनों ग्रामीण एक बार फिर से कलेक्टर के दफ्तर में दिया आवेदन
नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
सिंगरौली। साहब हम लोग पूर्व सरपंच और उनके बेटों के आतंक से परेशान हैं। वर्षो से काबिजकास्त जमीन को जबरन कब्जा कर ले रहे हैं। विरोध करने पर जान से मारने की धमकी देते हैं। उक्त बातें दुधमनिया तहसील क्षेत्र के ग्राम कतरिहार निवासी संतोष कुमार नाई, शिवकुमार नाई, ददऊ गुर्जर, समयलाल सिंह, राम कैलाश, रामबली, अमरजीत, भगवान सिंह, रामपाल सिंह समेत दर्जनों ग्रामीणों ने मंगलवार की दोपहर कलेक्ट्रेट दफ्तर पहुंच आवेदन पत्र देते हुये संयुक्त रूप से बताया। शिकायती आवेदन पत्र में ग्रामीणों का आरोप है कि पूर्व सरपंच रामनरेश गर्जर ने म.प्र. शासन कि करीब 200 एकड़ से अधिक भूमि का पट्टा यानी भूमि स्वामी अपने बाबा रामरूप भुतिया मॉ गोन्ही, बहन राधिक एवं अन्य परिवारजनों के नाम से करा लिया है। जिसके संबंध में 22 अप्रैल एवं 20 मई को कलेक्टर के जनसुनवाई में शिकायती आवेदन पत्र दिया गया। 20 मई को कलेक्टर के जनसुनवाई में आवेदन देकर हम सभी लोग अपने गांव आ रहे थे, तभी रामनरेश गुर्जर का छोटा भाई कमलेश गुर्जर ने रास्ता रोक कर शिवकुमार नाई एवं उनके भतीजे को गाली-गलौच देते हुये मारने के लिए दौड़ा और धमकाया कि सभी लोग जमीन छोड़ दो, नही तो सभी औरतों को विधवा बना दूंगा। किसी तरह जान बचा कर अपने-अपने घर पहुंचे। दूसरे दिन एसडीएम चितरंगी व मोरवा थाने में लिखित शिकायत की गई। लेकिन शिकायत करने के बाद पूर्व सरपंच एवं उनके परिजनों का इतना हौसला बुलंद हो गया कि जेसीबी मशीन लेकर सरकारी जमीन पर पहुंचे, जहां कई दिनों तक जमीन में बांध एवं मेढ़ बना कर कब्जा करते रहे। इस दौरान विरोध भी किया गया, जहां दबंगों ने मारने के लिए दौड़ा लिया।
ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि जो कई दशको से उक्त जमीन में काबिज हैं, उसमें रामनरेश गुर्जर के द्वारा जमीन खाली करने के लिए हिदायत दी जा रही है। ग्रामीणों ने यह भी कहा है कि उक्त भूमि में कई दशको से काबिज कास्त कर परिवार का पालन-पोषण किया जा रहा है। जहां उक्त सरकारी भूमि में दबंगों की नजर है। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि रामनरेश गुर्जर पूर्व में कई अपराधों में शामिल रहा है। उसने म.प्र. शासन की फर्जी पट्टा भी कराया है और अब लगातार जमीन खाली करने की तरह-तरह की धमकियां दे रहा है। साहब हम लोंगों की रक्षा कीजिए और फर्जी पट्टा करने वालों सख्त कार्रवाई कीजिए, वरना म.प्र. शासन की जमीन उसी तरह धनपुत्र फर्जी पट्टा का षड़यंत्र रच कर सफल होते रहेंगे।
रास्ते पर किया कब्जा, आने-जाने में परेशानी
सरई तहसील क्षेत्र के ग्राम बेलवानी निवासी जगजाहिर यादव पिता बिदई यादव ने कलेक्टर के जनसुनवाई में आवेदन पत्र देते हुये बताया कि आम रास्ते को बंसराज सिंह पिता जगमोहन वगैरह ने रास्ते में कब्जा कर लिया है। जिसमें आने-जाने नही दिया जा रहा है। तहसील में भी इसकी शिकायत की गई, लेकिन इसका कोई हल नही निकला। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि यदि उक्त रास्ते से निकलते हैं तो मारने-पीटने की धमकी देते हैं और अभद्र गालियां भी देते हैं। गांव के लोगों ने भी रास्ता बहाल करने के लिए कहा, लेकिन बंसराज किसी का नही सुन रहा है। जबकि यह रास्ता वर्षो से है।
जनसुनवाई में तीसरी बार शिकायत , परिणाम कुछ भी नही
कतरिहार गांव के म.प्र. शासन की भूमि में फर्जी पट्टा का आड़ दिखा कर कब्जा करने के मामले में पट्टा को निरस्त कर कार्रवाई किये जाने की मांग को लेकर ग्रामीणों के द्वारा 22 अप्रैल, 20 मई एवं 3 जून को कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई के दौरान शिकायत की है। ग्रामीणों का आरोप है कि जनसुनवाई में मौजूद अधिकारी आवेदन पत्रों को देखकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को मार्क कर देते हैं और इसके बाद आवेदन पत्र कहा जाता है, उस पर क्या निर्णय होता है, शिकायत कर्ताओं को न्याय मिलता है कि नही, इस पर सवाल अब खड़े हो रहे हंै। ग्रामीणों का आरोप है कि जनसुनवाई केवल एक औपचारिकताएं बन कर रह गई है।