गुहीबांध तालाब में नगर निगम की लापरवाही,कचरे से भरा जा रहा है ऐतिहासिक जलस्रोत

संतोष कुमार दे
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो, धनबाद (झा०खा०), कतरास: वार्ड संख्या 3 में स्थित गुहीबांध तालाब जो क्षेत्र का एक ऐतिहासिक और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण जलस्रोत है, वर्तमान में अपने अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि इस विनाश के पीछे कोई बाहरी तत्व नहीं, बल्कि स्वयं नगर निगम की लापरवाही जिम्मेदार बताई जा रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, कतरास नगर निगम के वाहन तालाब में कचरा को समतल करने का काम कर रहे हैं। इससे तालाब धीरे-धीरे कचरे के ढेर में तब्दील होता जा रहा है। यह स्थिति तब और चिंताजनक हो जाती है जब वही निकाय जिसे जलस्रोतों के संरक्षण की जिम्मेदारी सौंपी गई है, स्वयं उनके विनाश में भूमिका निभा रहा है। स्थानीय निवासियों ने इस पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा, “जब रक्षक ही भक्षक बन जाएं, तो आम जनता किससे उम्मीद करे?” तालाब का अस्तित्व न केवल पर्यावरणीय संतुलन के लिए आवश्यक है, बल्कि यह क्षेत्र के भूजल स्तर को बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। इस विषय में नगर निगम के अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई फोन रिसीव नहीं किया गया।