जैनियों ने बकरीद को ” करुणा दिवस ” के रूप में मनाया।

असंख्य जीवों की आत्मा की शांति के लिए जैन मंदिर में नवकार महामंत्र का हुआ आयोजन।
नेशनल प्रेस टाइम्स,ब्यूरो।
हापुड । जैन मंदिर में जैन धर्म के लोगों ने बकरीद को ” करुणा दिवस ” के रूप में मनाया । हापुड स्थित आदिनाथ दिगम्बर जैन मंदिर , कसेरठ बाजार में जैन समाज के पुरुष और महिलाओं ने आज बकरा ईद पर बेजुबान निरीह पशुओं के वध के कारण उन प्राणियों की आत्मा की शांति के लिए आज दिवस को के दिन को करुणा दिवस के रूप में मनाते हुए शाम के समय सामूहिक नवकार महामंत्र के पाठ एवं महावीर स्वामी चालीसा के पाठ का आयोजन किया। जैन धर्म के अनुयायी विकाश जैन ने बताया कि , आज जैन मंदिर में चालीसे का आयोजन किया गया है। असंख्य निर्दोष और मूक जीवों की आत्मा की शांति के लिए यह कार्यक्रम रखा गया है। जिससे जैन धर्म का यह संदेश है कि जियो और जीने दो । लेकिन आज जो असंख्य जीवों की आज हत्या हुई है। जैन धर्म के सिद्धांत के अनुसार उनकी शांति के लिए हमने यह नवकार महामंत्र पाठ का आयोजन किया हुआ है।