ईद-उल-अजहा पर मांगी भाईचारा व सौहार्द की दुआ

नगर एवं क्षेत्र में अकीदत के साथ अदा की गई नमाज
कैराना पहुंचकर एसपी ने लिया व्यवस्थाओं का जायजा, सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस बल रहा तैनात
कैराना। नगर व ग्रामीण क्षेत्रों में ईद-उल-अजहा की नमाज अकीदत के साथ अदा की गई। इस दौरान हजारों अकीदतमंदों ने खुदा की बारगाह में हाथ उठाकर प्रेम भाईचारा व सौहार्द की विशेष दुआ मांगी। एसपी शामली रामसेवक गौतम ने कैराना पहुंचकर स्थानीय पुलिस-प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं का जायजा लिया। वहीं, सुरक्षा के दृष्टिगत भारी पुलिस बल तैनात रहा, शनिवार को ईद-उल-अज़हा की नमाज कस्बे के रामड़ा रोड पर स्थित ईदगाह मैदान पर अकीदत के साथ अदा की गई। जहां पर जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर हसन ने मुस्लिम समाज के हजारों लोगों को एक साथ नमाज अदा कराई। इससे पूर्व उन्होंने संबोधित करते हुए ईद-उल-अजहा के महत्व पर प्रकाश डाला और मवेशियों की कुर्बानी खुले में नहीं करने एवं अवशेष खुले में न फेंकने की अपील की। शाही इमाम ने नौजवानों को वाहन धीरे चलाने की नसीहत दी। साथ ही, नाबालिग बच्चों को वाहन न दिए जाने की अपील की। उन्होंने समाज में फैली कुरीतियों के उन्मूलन में भागीदार बनने का भी आह्वान किया। शाही इमाम ने लोगो से स्वयं तथा अपने बच्चों को नशे से दूर रखने की सलाह दी। नमाज के उपरांत आपसी भाईचारा व सौहार्द की विशेष दुआ की गई। वहीं, सुरक्षा के दृष्टिगत एसडीएम निधि भारद्वाज, सीओ श्यामसिंह व कोतवाली प्रभारी निरीक्षक धर्मेन्द्र सिंह पुलिस व पीएसी बल के साथ तैनात रहे। दूसरी ओर, नगर की प्रमुख मस्जिदों व ग्रामीण क्षेत्रों की ईदगाहों एवं मस्जिदों में भी ईद-उल-अजहा की नमाज अदा की गई।
कैराना पहुंचकर एसपी ने परखी सुरक्षा व्यवस्था
ईद-उल-अजहा के पर्व को शांतिपूर्ण सम्पन्न कराने के लिए प्रशासनिक अमला पूरी तरह सतर्क नजर आया। उच्चाधिकारियों के निर्देशों के अनुपालन में स्थानीय पुलिस-प्रशासन द्वारा ईद की नमाज को लेकर अतिरिक्त सतर्कता बरती गई। इसी के मद्देनजर शनिवार को एसपी शामली रामसेवक गौतम कैराना पहुंचे। जहां पर उन्होंने स्थानीय पुलिस-प्रशासन द्वारा सुरक्षा के दृष्टिगत की गई व्यवस्थाओं का गहनता से निरीक्षण किया। एसपी ने अधीनस्थ अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इससे पूर्व, एसपी ने एक दिन पूर्व शाम के समय कस्बे के ईदगाह मैदान पर पहुंचकर सुरक्षा-व्यवस्था का जायजा लिया था। उन्होंने जामा मस्जिद के शाही इमाम मौलाना ताहिर हसन से ईदगाह मैदान के अंदर ही नमाज अदा कराने की अपील की थी। वहीं, खुफिया विभाग के अधिकारियों की नजरे भी कैराना पर बनी रही। वह मातहतों से निरन्तर पल-पल की जानकारी हासिल करते रहे।