ससुर इदरीस मियां की साजिश से टूटा रिश्ता, अब पति-पत्नी फिर साथ, जबरन कराई गई शादी की परतें खुलने लगीं
The relationship broke due to the conspiracy of father-in-law Idris Mian, now the husband and wife are together again, the layers of forced marriage are getting exposed

राजकुमार मंडल
नेशनल प्रेस टाइम्स।जामताड़ा। पति ने पत्नी को लेकर की वापसी, लेकिन सवालों के घेरे में पूरा परिवार, जबरन दूसरी शादी, महिला थाना में शिकायत और अब पलटता केस ये सुनकर आप चौंक सकते हैं कि एक पति अपनी ही पत्नी को लेकर भाग गया। लेकिन जब आप इस कहानी की तह में जायेंगे तो समझ आयेगा कि मामला सिर्फ घरेलू विवाद नहीं, बल्कि गंभीर पारिवारिक षड्यंत्र और सामाजिक विडंबना का है। कुछ दिन पहले, जामताड़ा जिले की खुशबू खातून ने अपने पति मकसूद अंसारी, ससुर इदरीस मियां और मामा ससुर पर गंभीर आरोप लगाते हुए महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। आरोप था कि पति ने उनके रहते हुए दूसरी शादी कर ली, और इस शादी में ससुर और मामा ससुर की मिलीभगत थी। खुशबू खातून ने वीडियो बयान में कहा था कि उन्हें ससुराल से जबरन निकाल दिया गया और दो महीने से मायके में रह रही थी। इस दौरान उनके पति ने बिना तलाक के दूसरी शादी कर ली। इस पूरे विवाद में नया मोड़ तब आया जब सोमवार रात करीब 11 बजे मकसूद अंसारी अचानक ससुराल पहुंचे और पत्नी खुशबू खातून और उनके दूध पीते बच्चे को साथ लेकर फरार हो गए। बाद में मकसूद ने मीडिया से संपर्क कर साफ कहा मैं अपनी मर्जी से पत्नी को लेकर आया हूं। दूसरी शादी मेरी मर्जी से नहीं हुई थी, पिताजी और मामा ने जबरन कराई। मैं खुशबू से माफी मांगकर उसे वापस लाया हूं। अब मैं जामताड़ा छोड़ चुका हूं। उन्होंने यह भी कहा कि मेरे पिता मुझे खुशबू के पास जाने से मना करते थे, मारते थे और आखिरकार घर से निकाल दिया। मैं दूसरी पत्नी को भी नुकसान नहीं पहुंचाऊंगा, दोनों को सही-सलामत रखूंगा। इस बीच खुशबू खातून ने भी बयान जारी कर कहा कि मैं होश में हूं, अपनी मर्जी से पति के साथ गई हूं। मेरी शिकायतें सही थीं, लेकिन अब हम साथ हैं और सुरक्षित हैं। अब बड़ा सवाल यह है कि एक पिता आखिर अपने बेटे की ज़िंदगी से इस कदर दुश्मनी क्यों कर रहा है? क्यों बेटे को पत्नी से मिलने से रोका गया? क्यों जबरन दूसरी शादी कराई गई। यह घटना उन तमाम परिवारों के लिए चेतावनी है, जो बच्चों की ज़िंदगी और रिश्तों में ज़बरदस्ती करते हैं। आज ज़रूरत इस बात की है कि समाज में जबरन शादी और पारिवारिक दबावों के खिलाफ सही सोच और संवेदनशीलता लाई जाए। इस घटना ने न केवल परिवार के अंदर की कटु सच्चाई उजागर की है, बल्कि यह भी दिखाया है कि प्यार और साथ की लड़ाई सामाजिक रिवाज़ों से कहीं बड़ी होती है।