मुरादाबाद
नम आंखों से मनाई गई पं गिरिराज किशोर की प्रथम पुण्यतिथि

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो
मुरादाबाद। मानसरोवर कालोनी निवासी पं गिरीराज किशोर शर्मा के देहांत उपरांत परिवार द्वारा नम आंखों से उनकी प्रथम पुण्यतिथि मनाई गई। पं गिरीराज किशोर शर्मा के बारे में कहा जाता है कि वह बहुत ही लग्नशील और होनहार व्यक्ति रहे उनका का जन्म बिजनौर के सैदनंगली गांव में हुआ था।18 वर्ष की आयु में पुलिस की भर्ती में शामिल हुए सीतापुर से ट्रेनिंग की बचपन से ही बहुत मेहनती और समझदार थे रात भर खेत में काम करते थे ट्यूबवेल से पानी भरते थे और गन्ना काटकर सेंटर पर गाड़ी खड़ी करके फिर स्कूल पढ़ने जाते थे।
शुरु से ही बहुत जिम्मेदार रहे पुलिस में भर्ती होने का बहुत मन था दादी बाबा सब ने मना किया रात को कमरे में बंद कर दिया ताला लगा दिया फिर भी बुआ जी से जिद करके रात को ताला खुलवाकर बस पकड़ कर सीतापुर चले गए। और वहां भी भगवान ने उनका साथ दिया पुलिस की नौकरी के लिए चयनित हो गये फिर क्या था उनकी नौकर पेशा की जिंदगी की शुरुआत हो गई जहां उन्होंने
बहुत अच्छे से और ईमानदारी से पुलिस की नौकरी की प्रमोशन भी लिया। कई बार बदमाशों से मुठभेड़ हुई जिसमें कई बार चोटें भी आईं चाकू भी लगे पुलिस अधिकारियों द्वारा कई बार प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार भी मिले। वह जिस भी जिले में रहे अधिकारियों के प्रिया रहे एवं जनता से जुड़ाव रहा अपनी सर्विस में व्यवहार एवं अपनी बुद्धि की कुशलता की वजह से पुलिस विभाग में उनको द्रोणाचार्य कहा जाता था।
उनकी तैनाती मुरादाबाद में ज्यादातर चौकियों पर चौकी इंचार्ज के रूप में रहे एसपी के पीआरओ रहे। मुरादाबाद संभल कप्तान के पीआरओ रहे अपनी सर्विस का ज्यादातर समय बहजोई, चंदौसी, रामपुर, और मुरादाबाद इन जनपदों में बिताया।
आज भी पुलिस विभाग में गिरिराज किशोर शर्मा का नाम आप कहीं किसी थाने में कहीं भी ले दे तो उनकी तारीफ आपको हर जगह सुनने को मिलेगी। हर कोई यह कहता हुआ मिलेगा की बहुत ईमानदार और अच्छे व्यक्ति थे वह लोगों की हमेशा मदद करते थे। चाहे पैसे के रूप में हो चाहे उसको न्याय दिलाने के रूप में हो।
रिटायर होने के बाद कोरोना से पीड़ित रहे जिसकी वजह से बाद में लक्स में इंफेक्शन हुआ और धीरे-धीरे बढ़कर वह कैंसर के रूप में सामने आया 18 महीने तक कैंसर से लड़ते रहे लेकिन कभी हिम्मत नहीं हारे परिवार में सभी से कहते रहे परेशान मत हो मैं ठीक हो जाऊंगा। सब अपने काम पर ध्यान दो मेरी वजह से कोई भी परेशान मत हो सबको यही हिम्मत देते थे
पं गिरीराज किशोर