सिंगरौली
सिंगरौली जिला में संगठन सृजन अभियान का प्रथम चरण संपन्न

नेशनल प्रेस टाइम्स, ब्यूरो।
सिंगरौली । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के ऑब्जर्वर उड़ीसा के सांसद सप्तगिरि शंकर उल्का एवं प्रदेश कांग्रेस द्वारा नियुक्त सहायक पर्यवेक्षक म प्र शासन के पूर्व मंत्री ,डिंडोरी विधायक ओमकार सिंह मरकाम ,प्रदेश महासचिव सिंगरौली जिले की प्रभारी कविता पाण्डेय, पूर्व विधायक कोतमा सुनील सर्राफ के 13 जून को शायं सिंगरौली आगमन पर मंगलम पैलेस में स्वागत हुआ और उपस्थित नेताओं के साथ बैठक कर उनके सुझाव लिए गए। जिला कांग्रेस अध्यक्षों के चयन के लिए संगठन सृजन अभियान का जिला कांग्रेस शहर एवं ग्रामीण के चितरंगी ,देवसर,सहित सिंगरौली विस के सभी ब्लॉकों में प्रथम चरण संपन्न हुआ।
जिला कांग्रेस सिंगरौली शहर एवं ग्रामीण द्वारा संयुक्त रूप से 14 जून को मंगलम पैलेस में सुबह 09,00बजे पत्रकार वार्ता को एआई सी सी ऑब्जर्बर सप्तगिरि शंकर उल्का द्वारा संबोधित करने के पश्चात आगे के आयोजित कार्यक्रम जिला कांग्रेस ग्रामीण के विधानसभा 79 चितरंगी के ब्लॉक करेला मैं पूर्व विधायक पूर्व सांसद के साथ जिला कांग्रेस ब्लॉक कांग्रेस मंडलम एवं सेक्टर पदाधिकारी के राय जानने के बाद विधानसभा चितरंगी मुख्यालय में ब्लॉक चितरंगी, बैरदह एवं बगदरा के सभी पदाधिकारी ब्लॉक मंडलम सेक्टर अध्यक्षों तथा प्रकोष्ठ अध्यक्षों की एक एक कर राय ली गई ।
जिला कांग्रेस शहर के विधानसभा सिंगरौली के मोरवा ब्लॉक की बैठक मोरवा में तथा शेष ब्लॉक शासन , वैढ़न, हिर्रवाह और नवानगर ब्लाक की संयुक्त बैठक बैढ़न सामुदायिक भवन में आयोजित हुई और सभी पदाधिकारी कार्यकर्ताओं की एक-एक कर राय ली गई उक्त मंचपर पूर्व मंत्री सीडब्ल्यूसी सदस्य कमलेश्वर पटेल की उपस्थिति से चयन प्रक्रिया की निष्पक्षता सवाल खड़े हुए हैं और चर्चा का विषय बना हुआ है।अगले दिन 15 जून को जिला कांग्रेस ग्रामीण के विधानसभा 81 देवसर के ब्लॉक बरगवां एवं देवसर ब्लाक की संयुक्त बैठक बरगवां में तथा सरई एवं लंघाडोल ब्लॉक की बैठक सरई में आयोजित हुई। खुटार एवं माडा ब्लॉक की संयुक्त बैठक खुटार सामुदायिक भवन में कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियो की राय जानने के साथ संपन्न हुई।
जिला कांग्रेस अध्यक्षों के चयन प्रक्रिया में प्राथमिकता बताते हुए एआई सी सी ऑब्जर्बर ने कहा कि जिस व्यक्ति में सहजता, समन्वय, सामर्थ,गंभीरता,संगठन को मजबूत करने , कांग्रेस का जनाधार बढ़ाने , महिलाओं, युवाओं, श्रमिकों तथा पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को साथ ले कर चलने और उनका सम्मान करने की क्षमता हो उसे जिलाध्यक्ष का पद देने की हमारे नेता राहुल गांधी जी मंशा है। किंतु जिस प्रकार कुछ लोगों द्वारा दबाव में समर्थन का दस्तावेज तैयार कर अपने सामने हस्ताक्षर कराकर ऑब्जर्बर के पास जमा कराया गया है और जिला के बड़े नेता सी डब्ल्यू सी सदस्य कमलेश्वर पटेल के दखलंदाजी की आम चर्चा है उससे प्रतीत होता है कि राहुल गांधी जी की मंशा पर पानी फिरना भी तय है। अखिल भारतीय कांग्रेस एवं प्रदेश कांग्रेस द्वारा यदि अपना पराया छोड़कर निष्पक्ष निर्णय किया जाएगा और पुराने को अवसर नहीं दिया गया तो जिला कांग्रेस शहर कमेटी में रूपेश पाण्डेय ,अमित द्विवेदी , प्रवीण सिंह चौहान या राम शिरोमणि को मौका मिल सकता है यही स्थित ग्रामीण में भी है यदि पुराने को बदलना ही आवश्यक है तो पूर्व मंत्री, सीडब्ल्यूसी सदस्य पटेल के दबाव में पसंदीदा चेहरा अशोक सिंह पैगाम जो अनेक दलों की यात्रा के बाद 2 वर्ष पूर्व ही कांग्रेस में आए हैं जिनकी निष्ठा और विश्वसनीयता आज भी संदेह के घेरे में है उन्हें बनाना कांग्रेस को अपनें पांव पर कुल्हाड़ी मारने जैसा है। ऐसी स्थिति में यदि आदिवासी वर्ग से ही अध्यक्ष बनाना है तो जिला कांग्रेस ग्रामीण में पूर्व जनपद अध्यक्ष केशव सिंह, अथवा पूर्व विधायक सरस्वती सिंह को अध्यक्ष पद से नवाजा जा सकता है।