हत्या करने वाले 7 आरोपीयों की तलाश जारी, तीन को किया गिरफतार

छजलैट थाना क्षेत्र के गांव कुचावली में निखिल पाल उर्फ निक्की की लाठी डंडों से पीट पीट कर हत्या के मामले में पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
नेशनल प्रेस टाइम्स ब्यूरो,
मुरादाबाद। छजलैट थाना क्षेत्र के गांव कुचावली में निखिल पाल उर्फ निक्की की लाठी डंडों से पीट पीट कर हत्या के मामले में पुलिस ने घटना में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने हत्या में शामिल मृतक के दोस्त यश चौधरी समेत 10 लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया था। 7 आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं।
मृतक के परिजनों ने किया था हाइवे जाम उसके बाद हरकत में आई पुलिस
मृतक निखिल पाल उर्फ निक्की सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के गांव काजीपुरा का रहने वाला था। मृतक के पिता की दो वर्ष पहले एक ट्रेन हादसे में मौत हो चुकी है। मृतक के ताऊ कृपाल सिंह नगर निगम से पार्षद रह चुके हैं मृतक के परिजनों ने मंगलवार को मुरादाबाद – हरिद्वार हाइवे जाम कर दिया था। परिजनों को एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने कार्रवाई का आश्वासन देकर बमुश्किल जाम खुलवाया था। इस आश्वासन के बाद पुलिस की नींद खुली और घटना में शामिल तीन हत्यारोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
साथ में चोरी की घटना को अंजाम दिया करते थे दोनों दोस्त
मिली जानकारी के मुताबिक मृतक निखिल पाल और यश चौधरी दोनों साथ में चोरी की घटनाओं को अंजाम देते थे। चोरी के माल के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था। कुचावली गांव के कुछ लोगों ने नाम ना छापने की शर्त पर बताया कि लगभग एक माह पहले यहीं के रहने वाले अनिल के घर से सोने के जेवरात चोरी हो गए थे। जिसका आरोप यश चौधरी पर लगा था। इसको लेकर गांव में पंचायत भी बैठी थी। इस पंचायत में यश ने अपना जुर्म भी कबूल कर लिया था। यश के पास से एक अंगूठी व एक सोने की चैन भी बरामद हुई थी। यश ने बाकी का सामान निखिल के पास होना बताया था। इस संबंध में जब निखिल से बात की गई तो उसने सामान लौटाने से मना कर दिया था। जिस पर अनिल काफी गुस्से में था। बीते सोमवार को लगभग 11 बजे अनिल ने निखिल को फोन करके चोरी के सामान को बेचने के लिए फोन किया था। और उसे सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के गांव भटावली बुलाया गया था।
खड़ी ट्रॉली से बांधकर लाठी डंडों से जमकर पीटा
जहां पर अनिल अपने दोस्तों के साथ कार में खड़ा था। जैसे ही निखिल इनके पास पहुंचा तो अनिल ने अपने साथियों के साथ मिलकर निखिल को अपनी कार में डाल लिया और अपने गांव कुचावली ले गया। जहां पर निखिल से उसके फुफेरे भाई ज्ञानेंद्र को कॉल कराई गई। उससे कुछ पैसे भी मंगवाए गए थे। इसके बाद ज्ञानेन्द्र को एक कमरे में बंद कर दिया गया और निखिल को घर के आंगन में खड़ी ट्रॉली से बांधकर लाठी डंडों से जमकर पीटा गया। जिससे उसकी मौत हो गई। घटना को अंजाम देकर सभी आरोपी मौके से फरार हो गए थे।
वहीं घटना पर जानकारी देते हुए सीओ कांठ अपेक्षा निंबाड़िया ने बताया कि पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही हैं। घटना में शामिल तीन हत्यारोपियों को हिरासत में लिया गया है। इनके बयान नोट कराए जा रहे हैं। कार्रवाई पूरी होने के बाद तीनों को जेल भेजा जाएगा। फरार चल रहे आरोपियों की तलाश में पुलिस जगह जगह दबिश दे रही है।