उर्जाधानी में तेज हवाओं के साथ हुई बेमौसम बारिश, एलो अलर्ट जारी

सिंगरौली। जिले में मौसम ने करवट इस कदर बदला है कि जिले का पारा लुढ़क कर अधिकतम 33 एवं न्यूनतम 23 तक पहुंच गया है। वही बैढ़न अंचल में शाम करीब 5 बजे के बाद बेमौसम बारिश के साथ जगह-जगह ओले भी गिरे हैं। गौरतलब है कि पिछले चार दिनों से ऊर्जाधानी में मौसम ने करवट बदला हुआ है। आलम यह है कि पिछले दो दिनों तक तेज हवा व धूल भरी आंधी का असर था। साथ ही बीच-बीच में बूंदाबांदी भी होती रही। जिसके कारण तापमान लुढ़क गया और प्रचण्ड गर्मी से भारी राहत मिली है। इधर सोमवार को पूरे दिन तक कभी धूप तो कभी छांव का असर रहा और शाम होते ही जिला मुख्यालय बैढ़न समेत कचनी, पोड़ी-नौगई, नौगढ़, परसौना, गड़हरा, खुटार, माजन मोड़, नवानगर व निगाही समेत आसपास में तेज बूंदाबांदी एवं साथ में ओले भी गिरने लगे। ओलावृष्टि सबसे ज्यादा नौगई, कचनी, बिलौंजी, माजन मोड़, नौगढ़ में रहा है।
आलम यह था कि देखते ही देखते बैढ़न शहर की सड़के सफेद चादर की तरह नजर आने लगी हैं। वही खुले आसमान बिलौंजी व बैढ़न में सब्जी लगाने वाले व्यवसायी इधर-उधर भागने लगे। करीब 2 मिनट तक ओले गिरे। ओले का आकार सुपाड़ी की तरह रहा। वही बारिश करीब 20 मिनट तक होती रही। हालांकि इन दिनों खेतीबाड़ी का काम पूरा हो चुका है। जिससे किसी प्रभार की धनहानि नही हुई है।
इस ओलावृष्टि से आम के फलों व सब्जी फसलों को नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है। सब्जी फसल किसानों का कहना है कि इस बेमौसम बारिश में भीन्डी, लौकी, बैगन, खीरा, तरोई, बरबट्टी, टमाटर, फलों में कलिन्दा, खरबुज्जा को भी नुकसान हुआ है।
बैढ़न इलाके के रिहंद डैम के डूब क्षेत्रों में उक्त सब्जी व फलों की खेती व्यापक पैमाने पर यहां के किसान करते हैं। लेकिन बेमौसम बारिश एवं ओलो के गिरने से उक्त फसलों को भारी मात्रा में नुकसान होने का डर सताने लगा है। वही देर शाम करीब 7 बजे फिर से तेज चमक गरज के साथ बैढ़न इलाके में बूंदाबांदी शुरू हो गई। इस दौरान तेज चमक गरज से बैढ़न शहर के बिजली भी कटा-आप हो गई।
चितरंगी व देवसर क्षेत्र में तेज हवाओं का झोंखा
बेमौसम बारिश एवं तेज हवाओं के झोखा चलने से गर्मी से राहत जरूर मिली है, लेकिन चितरंगी व देवसर अंचल में आज भी तेज हवाओं का असर रहा ह। तेज हवाओं के असर से मांगलिक कार्यक्रम शादी, तिलकोत्सव व श्रीमद भागवत कथा, महापुराण के लिए लगाये गये टेंट भी उजड़ गये। जिसके चलते मांगलिक कार्यक्रम के आयोजको एवं टेंट व्यवसायियों को आर्थिक नुकसान पहुंचा है। साथ ही आयोजक परेशान भी हुये हैं।
तेज हवाओं का असर देर शाम तक रहा है। जिसके चलते कार्यक्रम अस्त-व्यस्त हो गया। वही मौसम विभाग के बदलते रूप को देखकर आगामी 30 अप्रैल को तेज लग्रसरा को देखते हुये मांगलिक कार्यक्रमों के आयोजक अभी से चिंतित नजर आने लगे हैं। उन्हें इस बात का डर सता रहा है कि कहीं मौसम रूठा तो कार्यक्रमों में खलल पड़ सकती है।
खरीदी केन्द्रों में गेहूॅ के गिला होने का अंदेशा
जिले में इन दिनों समर्थक मूल्य के तहत गेहूॅ की खरीदी की जा रही है। जहां खरीदी केन्द्रों में गेहूॅ खरीदी का कार्य तेजी से चल रहा है। पिछले तीन दिनों से मौसम में परिवर्तन के कारण खरीदी केन्द्रों के कर्ताधर्ता चिंतित नजर आने लगे हैं। आज देर शाम हुई रूक-रूक बारिश से गेहूॅ से भरे सैकड़ों बोरे भीग गये हैं। जबकि मौसम विभाग 24 घंटे पहले से ही एलर्ट जारी कर दिया। बैढ़न सहित कई खरीदी केन्द्रों में बोरे बारिश के पानी से गिले पड़ें हुये है। हालांकि आनन-फानन में बैढ़न में त्रिपाल ढक दिया गया था फिर भी तेज पानी के बौछार के चलते बोरे गिले हो गयें।