कोटड़ी में चल रही गोपुष्टि श्रीमद् भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया

कृष्णावतार, वामनावतार, नरसिंहावतार रामावतार की सजी झांकियां
नेशनल प्रेस टाइम ब्यूरो
झुंझुनूं। उदयपुरवाटी उपखंड क्षेत्र के निकटवर्ती गांव कोटड़ी में प्राचीन संतों की तपोस्थली झोपड़िया आश्रम में महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में चल रही गोपुष्टि श्रीमद् भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया। कथा में वामन अवतार, नरसिंह अवतार, राम अवतार की कथाओं का वर्णन किया गया। कथावाचक विपुल कृष्ण शास्त्री ने कहा कि जब जब धरती पर अन्याय और अत्याचार बढा है तब तब भगवान ने किसी न किसी रूप में अवतार धारण कर राक्षसों का संहार करते हुए भक्तों का उद्धार किया है। हिरण्यकश्यप के अत्याचार के कोप से भगवान ने नरसिंह अवतार धारण कर हरण्यकश्यप को चीर डाला और भक्त प्रह्लाद को बचाया। इस बीच कथा में वामनावतार, भक्त प्रहलाद, हरण्यकश्यप और भगवान कृष्ण के जन्म की सजीव झांकियां सजाई गई। कथा के बीच-बीच में भजनों की ताल पर श्रोता झूम उठे। कथा के मुख्य यजमान मोहनलाल दंपति रहे। इस दौरान सरपंच रामकरण यादव, इंद्रराज यादव, विजेंद्र मूंड, जगदीश यादव, कालूराम यादव, हनुमान यादव, सोनाराम यादव, हरदेवा राम, छोटूराम यादव, अविनाश ग्रोवर, सहित काफी संख्या में महिला एवं पुरुष श्रद्धालु मौजूद रहे।
संतो के सानिध्य में मंत्रोचार के साथ मूर्ति स्थापना कार्यक्रम सम्पन्न
अरावली की वादियों में अवस्थित झोपड़िया आश्रम कोटड़ी धार्मिक कार्यक्रमों के चलते इन दोनों मिनी काशी बना हुआ है। राम नाम की धुन और मंत्रोचार से पूरा मंदिर परिसर गूंजायमान है। कोटड़ी में दूर दराज के संत महात्माओं और श्रद्धालुओं के आवागमन का तांता लगा हुआ है। आश्रम में गुरुवार को महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में पंडितों द्वारा मंत्रोचार के साथ ब्रह्मलीन संत जयराम महाराज, राधा कृष्ण भगवान, भक्त दुर्गादास, भक्त तुलसी बाई की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा की गई। इससे पूर्व बुधवार शाम पंडितों के सानिध्य में पांच जोड़ो सहित लक्ष्मण दास महाराज ने हवन में आहुतियां दी। गुरुवार सुबह पंडितों द्वारा पूजा अर्चना तथा मंत्रोचार के साथ महंत लक्ष्मण दास महाराज और यजमानों द्वारा मूर्तियों का पंचामृत से अभिषेक किया गया। तत्पश्चात मूर्तियों को मंदिर परिसर और गौशाला का भ्रमण करवाया गया। इसके बाद मंत्रोचार के साथ मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हुआ। इसके बाद मंदिर में प्रसाद का भोग लगाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को भंडारे का प्रसाद वितरित किया गया। आश्रम में 12 मई को हवन एवं विशाल भंडारे के साथ कार्यक्रम का समापन किया जाएगा। कार्यक्रम में महंत लक्ष्मण दास महाराज ने भक्तों को उपदेश देते हुए कहा कि साधु संतों, गोमाता और पीड़ित व्यक्तियों की सेवा करने से मनुष्य को पुण्य फल प्राप्त होता है। उन्होंने कहा कि नर ही नारायण है। महंत ने कहा कि गोपी की ढाणी के भक्त दुर्गादास और तुलसी बाई ने तत्कालीन संत जयरामदास महाराज की सच्ची आत्मा से सेवा की थी उसी का पुण्य फल है कि ब्रह्मलीन संत जयराम दास महाराज और राधा कृष्ण भगवान के साथ-साथ 325 वर्षों के बाद इस आश्रम में भक्त दुर्गादास एवं भक्त तुलसी बाई की मूर्ति भी विराजमान हुई है। निस्वार्थ भाव से सेवा करने पर मनुष्य देवता तुल्य हो जाता है ओर यह उसी का परिणाम है। इसलिए आप लोग हमेशा परमात्मा का स्मरण करें। उन्होंने कहा एक घड़ी आधि घड़ी, आधि में पूणि आध, तुलसी संगत साध की, तो कटे करोड़ अपराध। इस दौरान महंत बजरंग दास महाराज डोकण, महंत अवधेश दास पणिहारवास आश्रम, महंत त्यागी महाराज देवी माता आश्रम गोपी की ढाणी, महंत ज्ञानदास महाराज कोटड़ी, महंत अमरदास महाराज उदयपुरवाटी, महंत नेमीचंद महाराज भादवाड़ी धाम, मोहनदास महाराज बामलास, रामदास गोपालदास गोशाला किरोड़ी धाम, भोलादास, आचार्य गोविंद शर्मा, केदार शर्मा, कमल नारायण शर्मा, संजय शर्मा, भवानी शंकर शर्मा, मोहन लाल यादव, रामनिवास यादव लाला कां की ढाणी, रामस्वरूप यादव, रामकरण यादव, ताराचंद यादव, सरपंच रामकरण यादव, एडवोकेट चंदगी राम जाखड़, सुनील शर्मा गुढ़ागौड़जी, विजेंद्र मूंड, रमेश सेन, तुलसी कुमावत, ख्याली राम जीतरवाल, पवन माहिच, अशोक बाजवा, सुवालाल यादव, मुकेश यादव, महेंद्र यादव, बद्री प्रसाद यादव, महावीर खरबास सहित काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।
जीना सीखो लाइफकेयर लिमिटेड आयुर्वेद पंचकर्म हॉस्पिटल द्वारा निशुल्क हेल्थ चिकित्सा शिविर का आयोजन
श्रीमद् भागवत कथा तथा मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के दौरान जीना सीखो लाइफ केयर लिमिटेड आयुर्वेद पंचकर्म हॉस्पिटल द्वारा निशुल्क आयुर्वेद हेल्थ चेकअप शिविर का शुभारंभ महंत लक्ष्मण दास महाराज के सानिध्य में डॉक्टरों की टीम द्वारा किया गया। निशुल्क आयुर्वेद चिकित्सा शिविर 12 मई तक जारी रहेगा। महंत लक्ष्मण दास महाराज ने आयुर्वेद मेडिकल टीम सहित सरपंच रामकरण यादव तथा विजेंद्र मूंड गुढ़ागौड़जी का फूल मालाओं से स्वागत किया। शिविर में जोड़ों का दर्द, घुटने में दर्द, पाइल्स, फैटी लिवर, गठिया, एसिडिटी, माइग्रेन, कमर दर्द ,सर्वाइकल, बीपी, शुगर, थायराइड, पेट के रोग, एसिडिटी, स्लिप डिस्क और अनिंद्रा आदि रोगों का परामर्श एवं दवाइयां निशुल्क दी गई। मरीज को काशी की थाली थेरेपी निशुल्क दी गई। सुबह से शाम तक शिविर में काफी श्रद्धालुओं ने निशुल्क शिविर का लाभ लिया। डॉ रितिका ने लोगों से अपील कर कहा कि 12 मई तक आश्रम में निशुल्क चिकित्सा शिविर का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। शिविर में डॉ बुद्धि प्रकाश, डॉ रितिका, ब्रांच मैनेजर नुपूर, नर्सिंग ऑफिसर संगीता, रिसेप्शन स्टाफ में सीताराम, किशन, थैरेपिस्ट अनिसा और चंपा ने अपनी सेवाएं दी।
