मशन पे बैक टू सोसाइटी का स्थापना दिवस मनाया
NPT गाजियाबाद ब्यूरो
गाजियाबाद, जिंदल नगर मसौता लिंक रोड, पर मिशन पर बैक टू समिति ट्रस्ट द्वारा संचालित डॉक्टर अंबेडकर अकादमी के प्रांगण में अपना स्थापना दिवस मनाया। हुकम सिंह उप आयुक्त एक्साइज विभाग ने ट्रस्ट का परिचय एवं उद्देश्य एवं वार्षिक गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि 25 दिसंबर 2014 को 4 5 साथी के द्वारा बहुजन मुक्ति दिवस अर्थात स्मृति दहन दिवस के ऐतिहासिक दिन पर मिशन पे बैक टू सोसाइटी का निर्णय लिया गया। यह सोसाइटी समाज के आर्थिक रूप से कमजोर मेघावी बच्चों को शिक्षित एवं सरकारी नौकरी की प्रतियोगिता की तैयारी करवा रही है। आज 103 मेघावी बच्चे राज्य व केंद्र सरकार में नौकरी पर है। इस अवसर पर हरियाणा के बहुजन गायक राजाराम के द्वारा बाबा के गीत तेरे वचनों से ज्ञान मिला हमको वह कितना सुंदर प्यारा संविधान मिला हमको” तथा बाबा साहब ने घरघर में चमकाई थी शिक्षा की चिंगारियां जिसके कारण आज हमारी दूर हुई बीमारियां शिक्षिका रेखा बौद्ध ने बौद्ध सम्मेलन में गीतों से कार्यक्रम में समा बांध दिया। स्थापना दिवस पर सोसाइटी द्वारा संभाजी राव गायकवाड़ छात्रवृत्ति पचास हजार रुपए दो बच्चों अनुज कुमार, महुआ उत्तर प्रदेश छात्र एमबीबीएस, एवं आईआईटी रुड़की छात्र भविष्य सिंह आगरा उत्तर प्रदेश को प्रदान की गई। तथा समाज के अन्य मेघावी छात्र छात्राओं को हाई स्कूल इंटरमीडिएट में 90% अंक प्राप्त करने पर ज्योतिबा फुले व सावित्रीबाई फुले छात्र वृति प्रदान की गई। इस अवसर पर पुस्तक बहुजन समाज हीरो का अंग्रेजी अनुवाद का विमोचन भी किया गया। बाबा साहब के मिशन एवं बौद्ध धर्म के प्रचार प्रसार का कार्य पूरी लगन व निष्ठा के करने वाले समाजसेवी पूर्व कअर मामराज सिंह, पूर्व सेल टैक्स ट्रिब्यूनल मेंबर बलबीर सिंह, डॉ एस एम कुरील, पूर्व डी जी हरबंस सिंह, एक्साइज इंस्पेक्टर राम प्रसाद, खेमचंद आदि को पटका वा स्मृति चिन्ह दे कर सम्मानित किया गया। भंते चंद्रमाजी ने धम्म देशना में उपस्थित बाबा साहब के अनुयायियों को बताया कि तथागत बुद्ध ने हमें दुख मुक्ति का मार्ग दिया। सम्राट अशोक के बौद्ध धर्म में विश्व धर्म बनाया। बाबा साहब ने देश के संविधान को दिया। बहन कुमारी मायावती जी पूर्व मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश के ड्रीम प्रोजेक्ट गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय की दयनीय स्थिति पर दुख प्रकट किया। कार्यक्रम के समापन पर भोजन प्रसाद की व्यवस्था की गई।