धोरैरा के जंगल में मृत मिले गोवंश से गोशाला संचालकों ने झाड़ा पल्ला
NPT मथुरा ब्यूरो
मथुरा। धोरैरा के जंगल में 13 दिन पहले मिले गोवंश के शव एवं अवशेषों से नगर के दो गोशाला संचालकों ने पल्ला झाड़ लिया है। मुख्य विकास अधिकारी द्वारा दो गोशाला संचालकों से मांगे जवाब में गोशाला संचालकों ने सफाई दी है। जंगल में मिले मृत गोवंश के लिए जंगली पशु और पूर्व कर्मचारी को जिम्मेदार ठहराया है। गत 13 दिसंबर को धोरैरा के जंगल में मृत गोवंश मिलने के बाद गोरक्षकों द्वारा किए गए हंगामा के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने मौके पर मिले टैग के आधार पर नगर की श्याम गोशाला और पंचायती गोशाला को नोटिस जारी कर जवाब मांगा था। इस पर मथुरा मार्ग स्थित अद्धा पुलिस चौकी के समीप श्याम गोशाला के संचालक जगदीश प्रसाद ने बताया कि गोशाला में वृद्ध एवं बीमार गोवंश के मृत होने पर ग्वालाओं द्वारा जंगल में चार फीट गहरा गड्ढाकर भू समाधि कराई जाती है। जंगल जानवरों ने गड्ढा खोदकर गोवंश को निकाल लिया, जिन गायों के कानों पर टैग लगे प्रशासन को मिले हैं। इधर पंचायती गोशाला के सचिव राधाकृष्ण पाठक ने जिला प्रशासन को नोटिस के जवाब में बताया कि गोशाला में पहले अपनी सेवाएं दे रहे सुरेश द्विवेदी पांच वर्ष पूर्व गोशाला छोड़कर कैलाश नगर स्थित घर चले गए। अपने साथ वह गोशाला से अपनी गायों को भी घर ले गए। इन गोवंश पर लगे टैग जंगल में मिले हैं न कि पंचायती गोशाला के गोवंश मिले हैं। पूर्व सेवा प्रदाता सुरेश द्विवेदी का दो वर्ष पहले ही निधन हो चुका है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डाॅ. जीतेंद्र सिंह मलिक ने बताया कि जिन दो गोशाला संचालकों को नोटिस देकर जवाब मांगा गया था, उसमें प्रशासन के पास जवाब आया है। इस पर विचार किया जा रहा है। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर कार्रवाई की जाएगी।