दो नेक युवा ने रक्तदान महादान को किया चरितार्थ, पश्चिम बंगाल में इलाजरत मरीजों को झारखण्ड से जाकर किया रक्तदान

एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), इन्सानियत फाउंडेशन के सदस्य केवल पाकुड़ में नहीं बल्कि झारखण्ड, बिहार एवं पश्चिम बंगाल के कई जिलों मे जाकर रक्तदान में सहयोग क़र रक्तदान महादान होता है जैसे कथन को वास्तविक रूप से समाज में चरितार्थ कर देखाया है जो काबिले तारीफ है। इन्सानियत फाउन्डेशन आज हर तबके में एक नया आयाम स्थापित करने में सहायक साबित हुआ है। चाहे गरीब हो या अमीर हर कोई रक्तदान महादान की शाख को ज़रूरत पड़ने पर पहले याद किया करते हैं। नतीजतन इन्सानियत फाउन्डेशन के प्रति आम- ओ- खास का एक उत्कृष्ट आयाम स्थापित हुआ है। वही बीते मंगलवार को भी महेशपुर दराजपुर के 27 वर्षीय सुहाना खातून क़ो रामपुरहाट में ओ पॉजिटिव ब्लड की जरूरत पड़ी, डियूटी मे तैनात डॉक्टर ने कहा ब्लड चढ़ाना अति आवश्यक है, नहीं तो इलाज करना मुश्किल हो जायेगा। परिजनों ने काफ़ी खोजबीन की पर विफल रहे। उसके बाद इंसानियत फाउंडेशन के अध्यक्ष सद्दाम हुसैन से सम्पर्क किया तभी संस्था के उप सचिव आसादुल और सदस्य चांद शेख रक्तदान के लिए तैयार हो गये और दोनों ने रामपुरहाट सदर अस्पताल जाकर ओ पॉजिटिव रक्तदान किया। और तब जाकर इलाज सम्भव हो पाया। इस नेक कार्य में सहयोग के लिए परिजनों ने आभार व्यक्त किया। आसादुल ने कहा मैंने अपने जीवन मे 13 दफा रक्तदान किया और मेरा दोस्त 6 बार जो बहुत अच्छा फिलिंग्स महसूस कर रहे हैं। कहां जब अपना खून देकर किसी जरूरत मंद लोगों का मदद करने पर उन इलाजरत मरीज का उपचार सम्भव होता है और वो बीमारी की हालात से सामान्य रूप से बाहर होकर स्वास्थ्य लाभ करते हुए अपनी रोजमर्रा की जरुरतों को पूरा करने में वह व्यक्ति स्वयं को स्वनिर्भर महसूस किया करते हैं तब जाकर दिल को और सुकुन महसूस होता है। मौके पर अध्यक्ष सद्दाम हुसैन, चांद शेख, आसादुल मुल्ला मौजूद रहे।