पेयजलापूर्ति के लिए मनिरामपुर ईएसआर केन्द्र/ स्टोरेज की निर्माण/ स्थापना हेतु जरुरी भूमि होते हुए भी अप्राप्त, इच्छा शक्ति की कमी या लापरवाही
एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ (झा०खं०), पाकुड़ प्रखण्ड क्षेत्रान्तर्गत पंचायत मनीरामपुर में ग्रामीण पेयजलापूर्ति योजना के तहत( पेयजल आपूर्ति व स्वच्छता विभाग से ) एलिवेटेड सरफेस रिजरवायर (ईसआर ) केन्द्र/ स्टोरेज का निर्माण के लिए लंबे समय से भूमि अप्राप्त बताया जा रहा है। जबकि उक्त केन्द्र/ स्टोरेज के स्थापना के लिए आवश्यकता से अधिक भूमि मौजूद है। साथ ही ईएसआर केन्द्र/ स्टोरेज की निर्माण/ स्थापना हेतु चिन्हित भूमि सहित अन्य भूखण्ड में पाकुड़ पीएचडी विभाग के द्वारा मिट्टी का टेस्टिंग भी कराया गया था। लेकिन वर्तमान में उक्त ईएसआर केन्द्र/ स्टोरेज की निर्माण/ स्थापना हेतु भूमि उपलब्ध नहीं कराये जानी की इश्यू को दर्शाया जा रहा है। जिससे किसी निजी स्वार्थ भावना को ध्यान केन्द्रित कराने की पंक्ति को दर्शाता है। जब उक्त ईएसआर केन्द्र/ स्टोरेज की स्थापना हेतु भूमि आवश्यकतानुरुप पंचायत मनिरामपुर में मौजूद है तो फिर भूमि अप्राप्त या फिर उपलब्ध न करा पाने की पंक्ति को बेवजह कहानी जैसे आर्टिकल को पशोपेश किया जा रहा है क्यों? यदि गौर किया जाय तो ग्रामीण जनप्रतिनिधि का असहयोग/ विभागीय अधिकारी की इच्छा शक्ति (लापारवाही) की पंक्ति को कलमबद्ध करने की इश्यू अपने आप पशोपेश होता हुआ चश्मे माशूक की तरह झलकता हुआ नजर आयेगा। जो सोचने पर बाध्य कर रहे हैं। यूं तो सरकार स्वच्छ पेयजल आपूर्ति कराने की दिशा में सकारात्मक पहल किया है। मगर, गौरतलब हो कि अभी तक उक्त ईएसआर केन्द्र / स्टोरेज निर्माण / स्थापना के लिए भूमि अप्राप्त की बेवजह इश्यू की ओर ढकेल दिया गया है जो सवालिया निशान अपने आप पशोपेश होता हुआ नजर आ रहा है।