बूंदी

किसानों को मिलेगी विशिष्ट फार्मर आईडी

एनपीटी बूंदी ब्यरो

बूंदी, 2 फरवरी। राजस्थान में सरकार किसानों के लिए कई योजनाएं लेकर आ रही है, जिससे लेकर किसानों को बेहतर जीवन मिले। इस कड़ी में एग्रीस्टैक योजना अंतर्गत बूंदी जिले में फार्मर रजिस्ट्री अभियान का आयोजन ग्राम पंचायत स्तर पर 5 फरवरी से शिविर आरम्भ होंगे।  एग्रीस्टैक योजना अंतर्गत जिला बूंदी में फार्मर रजिस्ट्री अभियान का आयोजन ग्राम स्तर पर 5 फरवरी से 31 मार्च 2025 तक किया जाएगा। इसके तहत ग्राम पंचायत स्तर पर आयोजित शिविरों में किसानों की विशिष्ट फार्मर आईडी बनाई जाएगी।जिला कलक्‍टर अक्षय गोदारा ने कहा कि एग्रीस्टैक योजना मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा का एक विजनरी कदम है। यह किसान केन्द्रित समाधान उपलब्ध करवाने की दिशा में एक महत्वाकांक्षी पहल साबित होगी। अभियान के तहत 5 फरवरी से जिले में ग्राम पंचायत स्तर पर शिविरों का आयोजन किया जाएगा, जिसमें कृषक पंजीयन का कार्य प्रारम्भ किया जाएगा। उन्‍होंने बताया कि इन शिविरों में उक्त आईडी हेतु पंजीकरण के लिए किसानों को आधार कार्ड, जमाबंदी, आधार कार्ड से जुडा हुआ मोबाईल नम्बर साथ लेकर आना होगा। उक्त दस्तावेजों के आधार पर कृषक की पहचान सुनिश्चित कर आवश्‍यक दस्तावेजीकरण एवं कृषक के पुष्टीकरण के बाद किसानों को  यूनिक आईडी जनरेट कर एसएमएस के माध्यम से रजिस्टर्ड मोबाईल पर निर्धारित समयावधि में उपलब्ध करा दी जाएगी। जिससे किसानों को केन्द्र एवं राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ पहुंचाने में सुगमता एवं पारदर्शिता आएगी। सभी अधिकारी इसके लिए किसानों को आईडी बनवाने के लिए प्रेरित करें। साथ ही शिविरों के दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाए कि कोई भी किसान आईडी बनवाने से वंचित नहीं रहे। इसके लिए व्‍यापक प्रचार प्रसार करवाया जाए!उन्‍होंने निर्देश दिए कि शिविर स्‍थलों पर आधारभूत सुविधाएं, इंटरनेट की कनेक्‍टविटी, छाया व पेयजल,  हेल्‍प डेस्‍क, ई मित्र, सुरक्षा के मद्देनजर पुलिस जाब्‍ता, आदि की सभी व्‍यवस्‍थाएं सुनिश्चित की जाए। सभी संबंधित तहसीलदार शिविर आयोजन से पूर्व संबंधित पंचायतों में माईकिंग के माध्‍यम से व्‍यापक प्रचार प्रसार करवाएं। साथ ही कृषकों से सीधे संपर्क रखने वाले राजकीय अधिकारियों एवं कर्मचारियों के माध्‍यम से किसानों प्रेरित कर शिविर तक लाएं। शिविरों में ऊर्जा, पशुपालन, ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज, चिकित्‍सा विभाग के अधिकारी मौजूद रहकर उनकी विभागीय योजनाओं से किसानों को अधिकाधिक लाभान्वित करें। 

              जिला कलक्टर ने बताया कि इस अभियान को जिले में सफल बनाने के लिए सभी स्तरों पर उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, कृषि विभाग के अधिकारियों, विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी आदि को आवश्‍यक दिशा निर्देश दिए गए है। उन्होंने बताया कि 5 फरवरी से 9 फरवरी तक प्रति तहसील एक-एक ग्राम पंचायत में तीन दिन शिविर लगाए जाएंगे। वहीं 10 फरवरी से 16 फरवरी 2025 तक प्रति तहसील में 2-2 ग्राम पंचायत (चार ग्राम पंचायत प्रति तहसील प्रति सप्ताह) एवं 17 फरवरी से 31 मार्च तक 5-5 ग्राम पंचायते प्रति तहसील  (10 ग्राम पंचायत प्रति तहसील प्रति सप्ताह) कैम्प लगाये जाएंगे। 

*11 अंकों की प्रदान की जायेगी आईडी*

अभियान के अंतर्गत प्रत्येक किसान को विशिष्ट फार्मर आईडी 11 अंकों की प्रदान की जाएगी। किसानों द्वारा आईडी बनवाने के लिये आधार कार्ड, जमाबंदी, मोबाईल नम्बर की जरूरत होगी। भविष्य में किसानों को सरकारी योजनाओं व सेवाओं तक आसान पहुंच करने, प्रधानमंत्री किसान-मुख्यमंत्री किसान सम्मान निधि योजना, कृषि विभाग की अन्य योजनाओं का लाभ प्राप्त करने के लिये फार्मर रजिस्ट्री के माध्यम से प्राप्त आईडी उपयोगी होगी। 

*5 फरवरी को यहां आयोजित होंगे शिविर* 

कृषकों को विशिष्‍ट फार्मर आईडी जारी करने के लिए 5 फरवरी से शिविरों का आयोजन होगा। इसके तहत 5 से 7 फरवरी तक तहसील रायथल की ग्राम पंचायत खटकड, बूंदी में सिलोर, तालेडा में बरूंधन, हिण्‍डोली में सथूर, केशवरायपाटन में चितावा, इन्‍द्रगढ में मोहनपुरा तथा नैनवां में बांसी ग्राम पंचायत मुख्‍यालय पर शिविर लगाए जाएंगे। शिविर सुबह 9.30 बजे से शाम 5.30 बजे तक आयोजित होंगे। 

           बैठक में उपखंड अधिकारी बूंदी एचडी सिंह, हिण्‍डोली एसडीएम शिवराज मीणा, लाखेरी एसडीएम भावना सिंह, केपाटन एसडीएम दीपक खटाना, तालेडा एसडीएम लक्ष्‍मीकांत मीणा सहित सभी तहसीलदार, नायब तहसीलदार, कृषि, चिकित्‍सा, सहकारिता एवं जिला परिषद के अधिकारी मौजूद रहे। 

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