खैरथल के रेल फाटक 93 पर ओवरब्रिज का मामला अधिकारियो ने आज फिर किया फिजिबिलिटी चैक का दिखावा

एनपीटी खैरथल ब्यूरो
खैरथल! शहर के विकास में सहायक बनने वाले रेल ओवरब्रिज पर सम्भवतः देश भर में पहला नाटक देखने को मिल रहा है ज़ब चन्द दुकानदारों के हित के लिए केंद्रीय मंत्री तक को मामले में दखल देना पड़ रहा है!हालांकि उन केंद्रीय मंत्री की अंदरूनी इच्छा क्या है यह भविष्य के गर्त में छिपा है!
आज बुधवार को रेलवे के इंस्पेक्टर ऑफ़ वर्क्स सुखराम मीणा,सार्वजनिक निर्माण विभाग अलवर के सहायक अभियंता शाकिर हुसैन,नगरपरिषद के कनिष्ट अभियंता मोतीलाल वर्मा सहित राजस्व विभाग के पटवारी रेल फाटक पर पहुंचकर नगरपरिषद के सभापति हरीश रोघा के साथ लम्बी मंत्रणा करते हुए विकल्प तलाशते रहे!इस दौरान ओवरब्रिज बनने से प्रभावित होने वाले कुछ दुकानदारों ने अवगत कराया की रेल ओवरब्रिज निर्माण से उनके व्यापार पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा!अतःओवरब्रिज के स्थान पर इसी रेल फाटक पर अंडर ब्रिज बनाया जाए!
उधर अधिकारियो का तर्क था की अंडरब्रिज बनाया जाता है तो सब्जी मंडी की और से रास्ता बंद हो जाएगा!ऐसे में पूर्व में बने अंडरब्रिज से छोटा ढाई मीटर ऊँचा व साढ़े तीन मीटर चौड़ा बनाया जा सकता है!जिसकी फिजिकल रिपोर्ट बनाकर ले गए!उधर,सभापति व व्यापारियों के समक्ष अधिकारियो ने बताया की खैरथल में ओवरब्रिज के साथ अंडरब्रिज भी बनाया जाएगा!
शहर को दो भागो में विभाजित करने वाले रेल फाटक संख्या 93 पर रेल मंत्रालय द्वारा ओवरब्रिज बनाने के लिए पूर्व में तीन माह तक निजी फर्म के इंजिनियरो की टीम द्वारा हर प्रकार की फिजिबिलिटी चैक करते हुए नक्शा भी जारी कर दिया था जो सोशल मिडिया पर काफ़ी दिनों तक घूमता रहा!उस नक्शे के आते ही प्रभावित दुकानदारों ने नगर परिषद के सभापति के साथ पूर्व विधायक रामहेत यादव व केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव, जिला कलक्टर किशोर कुमार सहित मंडल रेल प्रबंधक के सामने अपना पक्ष रखा!जिस पर सहानुभूति पूर्वक विचार करने का आश्वासन मिला! जबकि स्थानीय लोगों ने बताया कुछ नेता अपने प्रभाव को दिखाने के लिए प्रशासन पर दबाब बना रहे है जबकि पीडब्ल्यूडी की पर्याप्त जगह होने के बाद भी किस बात की जांच हो रही है यदि अतिक्रमण नही है ये नेता व्यापारियो को पट्टे जारी क्यो नही कर देते
पहले भी हो चुका है राजनैतिक हस्तक्षेप
जब एमडीआर 25 का निर्माण हुआ तब भी खैरथल के बाजार मे मापदण्ड नुसार सड़क नही बनी थी चौड़ाई कम ,ज्यादा नेताओ के हस्तक्षेप से की गई
ऐसा कांग्रेस के एक बड़े नेता आर एक भाजपा नेता के कारण हुआ था दोनो नेता राजनिति मे हासिये पर माने जाते है शहर मे चर्चा है अब कौन बनेगा जनता की नाराजगी का शिकार ? देखना दिलचस्प रहेगा
इस मामले को लेकर खैरथल में चर्चाओ का बाजार फिर खासा गर्मा गया है!शहर के हर बाजार में बस इसी बात का चर्चा होने लगी है की ओवरब्रिज बनेगा या नही!