आप मुझे सहयोग और साथ दो, मैं आपको सुकून दूंगा- प्रयाग राज, थाना प्रभारी

आप मुझे सहयोग और साथ दो, मैं आपको सुकून दूंगा।
आवश्यकता पड़ने पर बेसहारे को मैं अपना खून दूंगा।।
मेरे लहू के कतरा-कतरा में जो आपसी प्रेम,भाईचारा और सौहार्दमय बसा हुआ है।
मानवता और इंसानियत का मैं वह सारा गुण दूंगा।
कौन कहता है कि रिश्ते केवल खून का होता है।
मैं कहता हूँ कि रिश्ते अच्छे कर्मो से बनता है। बस दिलों में नेक काम करने की जज्बा होना चाहिए।
देश की सेवा करने को हर किसी को चाहत है।
पुलिस में भर्ती होने को हर किसी को हसरत है।।
अपने परिवार को त्याग कर पर्व-त्योहारों में,
दूसरों की खुशियों के लिए हर लोगों से मोहब्बत है।।
ये कहानी है दस महीने कारावास के बाद छूटे अपराधी के एक छोटा सा परिवार की।
ये कहानी है उस देवी की, जो नाजुक हालत में भी अपने पति को बचाने के लिए कहीं भी जाने से चूकते नहीं।
प्रयाग राज
थाना प्रभारी, पाकुड़ नगर थाना।