पंचायत मनिरामपुर व फरसा में नहीं है स्वास्थ्य केन्द्र, आंगनबाड़ी केन्द्र भवन भी जर्जर
एनपीटी पाकुड़ ब्यूरो,
पाकुड़ प्रखण्ड क्षेत्रान्तर्गत लगभग 9000 आबादी वाली पंचायत फरसा व लगभग 16000 की आबादी वाली पंचायत मनिरामपुर में आज के आधुनिक दौर में भी स्वास्थ्य उपकेन्द्र तक नहीं है। जिसके कारण स्वास्थ्य /चिकित्सीय सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने के लिए लोगों को अक्सर कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। कभी कभी लोगों की चेहरे की मुस्कान मायुसी की आलम में मुब्तिला हो जाता है। साथ ही लोग उम्मीद की आशाओं में जीने को मजबूर हैं। जिसपर निकायों का ध्यान पशोपेश होना बेहद जरूरी है। वही फरसा पंचायत स्थित शाहबाजपुर मध्य टोला आंगनबाड़ी केन्द्र, नया शाहबाजपुर आंगनबाड़ी केन्द्र व पुराना शाहबाजपुर आंगनबाड़ी केन्द्र समेत झिकरहाटी पश्चिम पंचायत स्थित हिन्दू टोला आंगनबाड़ी केन्द्र की भवन इतना जर्जर है कि कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना को दस्तक दे सकती है। बच्चे डर के साये में खुली छत के नीचे पढ़ने को विवश है। भवन की स्थिति ऐसी है कि कभी भी कोई बड़ी अनहोनी हो सकती है, जिसे प्रशासन को संज्ञान में लेना चाहिए। वही पंचायत झिकरहाटी पश्चिम स्थित केकेडीएम उच्च विद्यालय की परिसर सह- भूखण्ड का घेराबंदी करना बेहद जरूरी है, अन्यथा वो दिन दूर नहीं कि अखबारों के पन्नों में विद्यालय की भूमि अतिक्रमण का शिकार हो गया का न्यूज़ सुर्खियां बटोर रही होंगी। वही तीन दशक पहले बने समुदायिक विकास भवन व कचहरी भवन की भी स्थिति जर्जर है। साथ ही पंचायत झिकरहाटी पश्चिम के बेलाल के घर से झिकरहाटी मध्य विद्यालय होते हुए शिवतला तक सड़क सह- ड्रैन निमार्ण होना बेहद जरूरी है। इस सड़क से आवागमन करने के दौरान ग्रामीणों को परेशानियों से जूझना तो पड़ता ही है। साथ ही स्कूली बच्चों को भी इस आलम से निजात मिलना मुश्किल हो जाता है। सड़क पर से गंदे पानी के छिंटें से अक्सर स्कूली बच्चों के कपड़े गंदा हो जाने से उन स्कूली बच्चों में मायुसी की आलम पशोपेश होता हुआ नजर आता है।